अब तक तीन विधायक और सांसद धामी को मुख्यमंत्री को बनाने के पक्ष में आगे आए
नई सरकार का मुखिया कौन होगा, ये सस्पेंस अभी बरकरार है।

अल्मोड़ा : उत्तराखंड में 70 में से 47 सीटें जीतने वाली भाजपा के मुख्यमंत्री पद का चेहरा पुष्कर धामी के चुनाव हार जाने के बाद से पार्टी के भीतर नए नेता को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। नई सरकार का मुखिया कौन होगा, ये सस्पेंस अभी बरकरार है। वहीं पार्टी हाई कमान ने उत्तराखंड में विधायक दल का नया नेता चुनने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। इस बीच पार्टी के नव निर्वाचित तीन विधायक पूर्व सीएम धामी के लिए अपनी सीट छोड़ने और एक सांसद धामी को ही सीएम बनाने की मांग कर चुके हैं। चंपावत से चुनाव जीतने वाले विधायक कैलाश गहतोड़ी, जागेश्वर विधायक मोहन सिंह मेहरा और गंगोलीहाट के विधायक फकीर राम ने धामी को सीएम की बनाने की शर्त पर अपनी सीट छोड़ने का ऐलान कर चुके हैं। वहीं उन्नवा सांसद साक्षी महराज ने भी धामी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है।पुष्कर सिंह धामी को प्रदेश की बागडोर सौंपे जाने को लेकर गंगोलीहाट के नवनिर्वाचित विधायक फकीर राम ने अपना समर्थन दिया है। बेरीनाग पहुंचे विधायक फकीर राम ने कहा कि पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में भाजपा ने दो तिहाई बहुमत हासिल किया है। ऐसे में उन्हें ही प्रदेश की बागडोर सौंपी जानी चाहिए। मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने छह माह के अल्पकाल में महत्वपूर्ण कार्य किए। कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा, जिससे चुनावों में पार्टी को बड़ी सफलता हासिल हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बनाया जाना चाहिए।जागेश्वर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने वाले भाजपा विधायक मोहन सिंह मेहरा ने भी पार्टी से पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि पुष्कर सिंह धामी के लिए वह अपनी सीट छोड़ने को तैयार हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वह मुख्यमंत्री धामी के युवा नेतृत्व के कारण ही भाजपा ने इस चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल किया है। उनको महज छह माह का कार्यकाल मिला लेकिन इतने कम समय में ही उन्होंने अभूतपूर्व कार्य किया। इसी वजह से आज भाजपा बहुमत से जीती।
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