सुरक्षित स्थानों पर अधिक से अधिक पौधरोपण करने के निर्देश
आज विद्यालय परिसर में कार्यालय के सामने वाले पार्क में भी कड़ी पत्ता एवं फूलों के पौधे लगाए गए।
फरीदाबाद। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में जूनियर रेडक्रॉस, स्काउट्स और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड ने वन महोत्सव के अंतर्गत मां के नाम पौधरोपण अभियान चलाया। विद्यालय परिसर में नीम, पीपल और बरगद के पौधे रोपे। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस, सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड अधिकारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि विद्यालय में अध्यापकों के सहयोग से जे आर सी एवम एस जे ए बी ने सभी के सहयोग से विद्यालय में पर्यावरण सुरक्षित करने के लिए विद्यालय परिसर में प्रचुर मात्रा में दिन रात शुद्ध वायु ऑक्सीजन प्रदान करने वाले पौधे रोपे गए तथा पौधों को सुरक्षित रखने के लिए ट्री गार्ड की भी व्यवस्था की गई। उन्होंने कहा कि पर्याप्त मात्रा में पौधरोपण करने से प्रदूषण में आश्चर्य जनक रूप से कमी आएगी तथा सभी के स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव भी स्पष्ट दिखाई पड़ेगा। जूनियर रेडक्रॉस काउंसलर प्राचार्य मनचंदा ने कहा कि अब वर्षा ऋतु में पौधे रोपने का उपयुक्त समय है इसलिए अधिक से अधिक पौधे लगा कर पर्यावरण संरक्षण कर वन क्षेत्र में वृद्धि कर जैव विविधता में बढ़ोतरी करने का भी यह उत्तम माध्यम है।उन्होंने सभी अध्यापकों से भी निवेदन किया कि घर एवम परिवार में भी शुभ अवसर पर पौधे लगा कर उस अवसर को और भी शुभ बनाने का सब से उत्तम उपाय है तथा अधिक से अधिक पौधरोपण के साथ हमारा पर्यावरण भी स्वच्छ होगा और प्रदूषण भी कम होगा। पौधे प्रदूषित कणों और धूल मिट्टी को भी अवशोषित करने की क्षमता रखते है और हम सभी को प्रदूषण रहित वातावरण देने में अत्यधिक प्रभावशाली होते है। आज विद्यालय परिसर में कार्यालय के सामने वाले पार्क में भी कड़ी पत्ता एवं फूलों के पौधे लगाए गए। आने वाले दिनों में अभी और भी पौधरोपण किया जाएगा। विद्यार्थियों को भी अपने घरों, पार्क, सामुदायिक स्थानों एवं पौधों के लिए अनुकूल तथा सुरक्षित स्थानों पर अधिक से अधिक पौधरोपण करने के निर्देश दिए गए हैं। प्राचार्य मनचंदा ने प्राध्यापक दिलबाग सिंह, जसबीर, राजेश, धर्मपाल, सुनील, राहुल और संजीव सहित सभी स्टाफ सदस्यों का और जे आर सी सदस्यों का पौधरोपण में सहयोग करने के लिए विशेष रूप से आभार व्यक्त किया तथा सभी को निर्देश दिए कि समय पर पौधों को पानी और खाद आदि से पोषित करें ताकि ये शीघ्र ही वृद्धि को प्राप्त हों।