पुलिस ने नौकरानी को बेसुध होने तक पीटा, जोगीवाला चौकी प्रभारी निलंबित
जोगीवाला चौकी प्रभारी को निलंबित कर जांच के आदेश दिए हैं।
देहरादून। चोरी के मामले में पुलिस ने एक महिला को शक में उठाकर पूछताछ के नाम पर मारपीट के साथ जमकर क्रूरता की। पुलिस की पिटाई से महिला की हालत गंभीर हो गई और उसे दून अस्पताल ले जाया गया, जहां से कोरोनेशन अस्पताल रेफर किया गया। मामला जब डीआईज/एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी के संज्ञान में आया तो उन्होंने जोगीवाला चौकी प्रभारी को निलंबित कर जांच के आदेश दिए हैं। उधर, स्थानीय लोगों ने चौकी पर हंगामा भी किया था, जिसे पुलिस ने शांत करा दिया था। मामला नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र की जोगीवाला पुलिस चौकी का है। इंजीनियर देवेंद्र ध्यानी मंत्रा अपार्टमेंट मोहकमपुर में एक फ्लैट में रहते हैं। वह गत दिनों किसी काम से दिल्ली गए थे। वहां से 14 मई को वापस आए तो देखा कि उनके फ्लैट का दरवाजा खुला है। अंदर अलमारी भी खुली पड़ी थी, जिसके अंदर से सोने-चांदी के जेवर गायब थे। उनके घर पर यूपी के सीतापुर निवासी मंजू (शर्मी) नाम की महिला काम करती है। ध्यानी ने पुलिस को तहरीर दी तो जोगीवाला पुलिस ने शक के आधार पर सबसे पहल मंजू को ही पूछताछ के लिए बुला लिया। आरोप है कि चौकी पर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ मारपीट की। महिला को इतना मारा गया कि उसके मुंह, नाक से खून आने लगा। इसके बाद उसे घर छोड़ दिया गया। हालत खराब देखकर लोगों और परिजनों ने उसे दून अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से उसे कोरोनेशन अस्पताल में भेज दिया गया। महिला का कोरोनेशन में इलाज चल रहा है। पुलिस ने ध्यानी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है। मुकदमे का विवेचना अधिकारी भी चौकी प्रभारी जोगीवाला दीपक गैरोला को नियुक्त किया गया है। पुलिस कप्तान के संज्ञान में जब बात आई तो उन्होंने चौकी प्रभारी दीपक गैरोला को निलंबित कर जांच के आदेश दिए हैं।
देवेंद्र ध्यानी ने पुलिस को जो तहरीर दी, उसमें किसी पर उन्होंने शक नहीं जताया है। बावजूद इसके पुलिस ने महिला को चौकी बुलाया और मारपीट की। इस मामले में भी पुलिस का पुराना रवैया ही देखने को मिला। 14 मई को दी गई तहरीर पर 16 मई की रात को मुकदमा दर्ज किया गया। पूरे मामले में डीआईजी जन्मेजय खंडूड़ी ने जांच के आदेश दिए हैं।