पिछले रिकार्ड तोड़ सकती हैं पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें, नवंबर में 105 रुपये लीटर बिका था पेट्रोल
जानकारों की मानें तो डीजल, पेट्रोल की कीमतों में 12 से 15 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है।
हल्द्वानी : चुनावी समर बीत चुका है। अब नतीजों का इंतजार है। ऐसे में एक आशंका भी प्रबल हो गई है कि सरकारें डीजल व पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोतरी कर सकती है। जानकारों की मानें तो डीजल, पेट्रोल की कीमतों में 12 से 15 रुपये की बढ़ोतरी हो सकती है। ऐसा होता है तो पुराने सभी रिकार्ड पीछे झूट सकते हैं। ऐसे में आम आदमी पर इसका असर दिखना लाजिमी की है।कुमाऊं के सबसे बड़े शहर हल्द्वानी में आठ मार्च को पेट्रोल का दाम 93.27 रुपये प्रति लीटर हैं। डीजल 86.59 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। छह नवंबर, 2021 से डीजल व पेट्रोल की कीमत नहीं बढ़ी हैं। यानी चुनावी समर में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम स्थिर बने रहे। पांच नवंबर को पेट्रोल 98.64 रुपये व डीजल 86.83 रुपये प्रति लीटर बिका था।पिछले वर्ष डीजल व पेट्रोल के दाम शीर्ष पर पहुंचे थे। दो नवंबर, 2021 में हल्द्वानी में पेट्रोल 105.18 रुपये प्रति लीटर पहुंच गया था। डीजल 98.65 रुपये प्रति लीटर खरीदना पड़ा था। कुमाऊं के अन्य पर्वतीय जिलों में कीमत इससे अधिक पहुंच गई थी।पेट्रोल पंप मालिक व पर्वतीय पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चड्ढा बताते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। रूस व यूक्रेन के बीच संघर्ष के चलते भी इस पर असर पड़ा है। पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के चलते सरकारों ने तेल की कीमतों के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की। चुनावी समय में ऐसा पहले भी होते आया है। चड्ढा कहते हैं जल्द ही पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में तेजी आनी शुरू होगी। कीमतें 12 से 15 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ सकती हैं।