जलवायु आधारित कृषि पर नवाचार करने वाले महिला समूह होंगे सम्मानित
दो दिवसीय कार्यशाला में प्रशिक्षित प्रशिक्षित होंगी 20 महिलाएं
मुनस्यारी। ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना (रिप) के तत्वावधान में जलवायु आधारित कृषि विषय पर आयोजित दो दिनी कार्यशाला का उद्घाटन जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि जलवायु आधारित कृषि पर जो महिला स्वयं सहायता समूह नवाचार करेगा, उसे जिला पंचायत द्वारा सम्मानित किया जाएगा। विकास खंड सभागार में आयोजित प्रशिक्षण में नारी शक्ति कलस्टर दरकोट की चयनित 20 महिलाएं प्रशिक्षण ले रही है। उन्होंने कहा कि हमें जलवायु पर आधारित खेती करने के लिए आगे आना होगा। तभी हम कृषि से अपनी आजीविका को आगे बढ़ा सकते है। उन्होंने कहा कि परियोजना द्वारा महिला स्वयं सहायता समूह के महिलाओं को जलवायु आधारित कृषि के बारे में जानकारी दी जा रही है, यह समय की मांग है। उन्होंने कहा कि इस विषय पर उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिला स्वयं सहायता समूह को विकासखंड तथा रेखीय विभागों के द्वारा विशेष सहायता दी जाएगी। इसके लिए ग्राम सभा स्तर पर कार्य योजना बनाई जाएगी। उन्होंने प्रत्येक घर के आगे किचन गार्डन बनाने के लिए आगे आने का आह्वान किया। कहा कि इसके लिए मनरेगा के तहत भूमि सुधार योजना के अंतर्गत व्यक्तिगत सहायता दी जाएगी। खंड विकास अधिकारी प्रेम राम ने बताया कि विकासखंड कार्यालय जलवायु आधारित कृषि करने वाले महिला स्वयं सहायता समूह को भरपूर सहयोग देगी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए आजीविका समन्वयक हरेंद्र सिंह पंवार ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के कौशल विकास के लिए इस प्रशिक्षण को आयोजित किया गया है। इस अवसर पर सहायक प्रसार कृषि एवं पशुपालन महेंद्र सिंह के द्वारा जलवायु आधारित कृषि पर जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि मौसम में आ रही परिवर्तन के कारण अब हमें अपनी बुवाई 10 से 15 दिन पहले कर देनी चाहिए। इससे हमें अच्छी फसल प्राप्त हो सकती है। इस अवसर पर ग्राम विकास अधिकारी विजेंद्र सिंह महर, वित्त सहायक अभिषेक सौरभ, बिजनेस प्रमोटर कमलेश जोशी,मनोज बागड़ी, दिव्या