जल जीवन मिशन में पिछड़ा ऊधम सिंह नगर, नैनीताल की स्थिति भी ठीक नहीं
कुमाऊं में सबसे अच्छी स्थिति बागेश्वर की है।
हल्द्वानी : कुमाऊं में जल जीवन मिशन योजना के कार्यों में ऊधम सिंह नगर के साथ नैनीताल जिला भी सबसे पीछे चल रहा है। योजना के तहत दिसबंर 2023 में कार्य पूरा करना है, लेकिन तीन साल में नैनीताल जिला सिर्फ 55 प्रतिशत ही कार्य पूरा कर सका है।जल जीवन मिशन के तहत ओवरहेड टैंक, नए नलकूप और नई पेयजल लाइन बिछाने का काम चल रहा है। परंतु सुस्त रफ्तार के कारण इस योजना का तय समय में पूरा होना मुश्किल दिखाई दे रहा है। वर्तमान में योजनाएं कहीं टेंडर में फंसी हैं तो कहीं ठेकेदार सुस्त रफ्तार से काम करवा रहे हैं।इसी वजह से ऊधम सिंह नगर में अब तक सिर्फ 43.66 प्रतिशत, नैनीताल में 55 प्रतिशत और अल्मोड़ा में 57 प्रतिशत ही घरों तक पानी के कनेक्शन पहुंच पाए हैं। हालांकि, कुमाऊं में सबसे अच्छी स्थिति बागेश्वर की है। जहां 90.37 प्रतिशत घरों तक पानी के कनेक्शन पहुंच चुके हैं। इसके अलावा चम्पावत में 73.91 प्रतिशत और पिथौरागढ़ में 70.97 प्रतिशत काम हुआ है।जल जीवन मिशन के तहत निर्माण सामग्री महंगा होने से टेंडर के लिए ठेकेदार न मिलना भी बड़ी दिक्कत बनी हुई है। कोटाबाग में करीब 49 लाख की परेबा योजना, 25 लाख की गौरिया देव योजना, 24 लाख की पातली योजना, 20 लाख की अंतोली योजना के लिए ठेकेदार नहीं मिल पाएं हैं। इसके पीछे पाइप और अन्य निर्माण सामग्री का महंगा होना बताया जा रहा है।जल जीवन मिशन के तहत 80.88 करोड़ रुपये की लागत से हल्द्वानी, कालाढूंगी और कोटाबाग ब्लाक के 26 योजनाओं में जल्द कार्य शुरू होगा। जिनमें रामपुर लामाचौड़, सोनजाला नरसिंह, नाथुजाला, हरिनगर बदनधुरा, ओखलढूंगा, हल्दूपोखरा नायक, हिम्मतपुर बैजनाथ, खेमपुर, खुशालपुर, गुजरौड़ा, नाथुपुर पाडली, कमलुवागांजा मेहता, बचीनगर नंबर 1, बच्ची नगर, कुरियागांव, गुलजारपुर बंकी, रतनपुर रामपुर, हरिपुर फुटकुआं, बजवालपुर, बेड़ापोखरा, दोनहरिया, नौदा, चांदपुर, गिंतीगांव, विदरामपुर-रामपुर, कालाढूंगी बंदोबस्ती, छोटी हल्द्वानी शामिल हैं।अधिशासी अभियंता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि जल जीवन मिशन योजना को लेकर फिलहाल सोशल आडिट चल रहा है। इसलिए इसे होल्ड किया है। आडिट के बाद मुख्यालय के निर्देश के अनुसार कार्य शुरू होगा और नए टेंडर निकाले जाएंगे।