स्मार्ट सिटी के कार्यों में हो रही देरी पर मेयर ने व्यक्त की नाराजगी
गैर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही को अम्ल में लाया जाये।
देहरादून। राजेंद्र नगर स्थित स्मार्ट सिटी देहरादून के कार्यालय में आयोजित रिव्यू मीटिंग के दौरान पलटन बाजार में स्मार्ट सिटी द्वारा गतिमान कार्यों में हो रही देरी पर मेयर सुनील उनियाल गामा ने अपनी नाराजगी व्यक्त की। अधिकारियों के ढीले रवैए के कारण व्यापारी गणों को हो रही समस्याओं पर अधिकारियों को चेतावनी देते हुए शीघ्र अति शीघ्र निर्माण कार्यों में तेजी लाने की हिदायत दी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा की गैर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही को अम्ल में लाया जाये।
शहर में स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे निर्माण कार्यों में देरी पर मेयर सुनील उनियाल गामा व राजपुर के राजपुर विधायक खजानदास ने नाराजगी जताई है। मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि उन्होंने गुजरे दो साल में लगातार स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया और अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए मगर अधिकारी कार्यशैली सुधारने को राजी नहीं हैं। मेयर सुनील उनियाल गामा व विधायक ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के समक्ष यह मामला उठाने की बात कही है। कौलागढ़ स्थित स्मार्ट सिटी के कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में मेयर सुनील उनियाल गामा समेत विधायक खजानदास ने पलटन बाजार में गतिमान निर्माण कार्यों की देरी का मामला उठाया। बैठक में व्यापारियों ने भी अपनी समस्या उठाई। उन्होंने कहा कि कार्यों की लेटलतीफी के कारण पिछले दो वर्ष से बाजार में ग्राहक परेशान हो रहे। इलेक्ट्रिक बाक्स लगाने को लेकर पिछले दिनों बाजार में हुए हंगामे का मामला भी उठा और तय हुआ कि अब इलेक्ट्रिक बाक्स तभी लगाए जाएंगे, जब इस बारे में व्यापारियों के साथ समन्वय कायम होगा। इलेक्ट्रिक बाक्स के आकार काफी बड़े हैं और दुकानों के बाहर इन्हें लगाने पर व्यापारी ऐतराज जता रहे हैं। इस दौरान मेयर सुनील उनियाल गामा ने पलटन बाजार में चल रहे नाली निर्माण के कार्य की गति को और तेजी लाने के निर्देश दिए। पलटन बाजार व आसपास के इलाकों में पानी की उपलब्धता के लिए वाटर बाक्स के कनेक्शन शुरू कर शीघ्र संचालित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इस दौरान व्यापारियों से भी सुझाव लिए गए और उन पर मंथन किया गया।बैठक में तय हुआ कि बाजार में व्यापारियों और ग्राहकों की सहूलियत को देखते हुए निर्माण कार्य किया जाएगा। ऐसा कोई निर्माण नहीं कराया जाएगा, जिससे विवाद हो या फिर स्मार्ट सिटी का कार्य रोकना पड़े। बैठक में स्मार्ट सिटी के अधिकारियों समेत लोनिवि, जल संस्थान व ऊर्जा निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे।