देहात में बिजली कटौती से बिगड़ रहे हालत
दिन के समय तो बार-बार कटौती की वजह से खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है।
रुड़़की : देहात क्षेत्र में हो रही बिजली कटौती ने सूखे जैसे हालात पैदा कर दिए है। स्थिति यह है कि प्रतिदिन 10 से 12 घंटे बिजली कटौती की जा रही है। दिन के समय तो बार-बार कटौती की वजह से खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में किसान परेशान हैं।
इस समय अगेती गेहूं की फसल तो लगभग तैयार हैं। लेकिन, पछेती गेहूं की फसल के लिए सिचाई की जरूरत हैं। जिले में करीब 29 हजार हेक्टेयर गेहूं की फसल पछेती है। इसी तरह से वसंतकालीन गन्ने को भी पानी की आवश्यकता है। वहीं गन्ना किसानों को भी गन्ने की सिचाई करनी है। गर्मी भी लगातार बढ़ती जा रही है। स्थिति यह है कि चढ़ते तापमान के कारण फसल मुरझा रही है। लेकिन, खेतों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है। भगवानपुर तहसील क्षेत्र के सभी गांव व झबरेड़ा, इकबालपुर क्षेत्र के गांव में किसानों की फसल सूखने के कगार पर पहुंच गई है। किसान राजबीर सिंह, सतेंद्र चौधरी्, मांगेराम आदि ने बताया कि मार्च के दूसरे सप्ताह से ही बिजली आपूर्ति व्यवस्था गड़बड़ा गई है। किसानों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बताया कि दिन के समय तो तेज हवा एवं लो वोल्टेज की वजह से बार-बार ट्रिपिग हो रही है। कलियर विधायक फुरकान अहमद ने तो इस संबंध में ऊर्जा सचिव को पत्र लिखकर देहात क्षेत्र को कटौती मुक्त करने की मांग उठाई है। इस संबंध में ऊर्जा निगम रुड़की मंडल के उप महाप्रबंधक राहुल जैन ने बताया कि कंट्रोल रूम से ही बिजली कटौती की जा रही है। स्थानीय स्तर से कोई कटौती नहीं की जा रही है। कई बार हवा तेज चलने की वजह से दिन में लाइन ट्रिप हो जाती है।