अस्पताल में मरीजों की भीड़ के आगे कम पड़ रहे डाक्टर
सिविल अस्पताल में शहर के साथ ही करीब 20 किलोमीटर के देहात क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में मरीज उपचार के लिए आते हैं।
रुड़की : सिविल अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचने वाले मरीजों की संख्या के मुकाबले चिकित्सक कम पड़ रहे हैं। मंगलवार को 500 से अधिक मरीज उपचार को आए थे। विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में फिजिशियन नहीं है। आर्थोसर्जन, जरनल सर्जन एवं बालरोग विशेषज्ञ भी एक-एक ही है। प्रतिदिन अनेक मरीजों को बिना उपचार ही निराश लौटना पड़ रहा है।
सिविल अस्पताल में शहर के साथ ही करीब 20 किलोमीटर के देहात क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में मरीज उपचार के लिए आते हैं। अस्पताल में उपचार को आने वाले ज्यादातर मरीज फिजिशियन, आर्थोसर्जन व जरनल सर्जन को दिखाने के लिए आते हैं। हालांकि फिजिशियन से संबंधित मरीजों को देखने के लिए दो-तीन मेडिकल आफिसर तैनात किए गए हैं। लेकिन आर्थोसर्जन व सर्जन एक-एक ही हैं। ऐसे में इनके पास मरीजों ज्यादा भीड़ रहती है। मंगलवार को आर्थोसर्जन डा. राजकुमार को तीन-चार मरीजों के आपरेशन करने थे। जिसके चलते वह ओटी में व्यस्त रहे। ओपीडी में आने वाले करीब 80 मरीजों को निराश ही लौटना पड़ा। वहीं सर्जन डा. विवेक लूंबा की ओपीडी के बाहर मरीजों की भारी भीड़ रही। जिससे मरीजों को काफी दिक्कतें हुई। मरीजों को अपनी बारी के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ा। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. संजय कंसल ने बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या काफी अधिक है। उनका प्रयास रहता है कि सभी मरीजों को उपचार मिल सके। फिजिशियन एवं आर्थोसर्जन की डिमांड लगातार की जा रही है। उम्मीद है जल्द ही अस्पताल को यह चिकित्सक मिल जाएंगे।