तिहाड़ जेल में बंद नीरज बवाना के नाम पर मांगी पांच लाख की रंगदारी
रकम न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है।
हरिद्वार। तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के कुख्यात नीरज बवाना के नाम से सिडकुल के एक उद्यमी से पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। रकम न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। धमकी देने वाले ने खुद को बवाना गैंग का सदस्य बताया है। साथ ही, नीरज बवाना के बारे में जानने के लिए उद्यमी को यूट्यूब पर वीडियो देखने की नसीहत भी दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।पुलिस के मुताबिक सिडकुल क्षेत्र में रेल के पाट्र्स बनाने वाली फैक्ट्री के स्वामी विरेंद्र सिंह निवासी गणेशपुरम कनखल ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि 22 मार्च को उनका बेटा अमित पंवार डैंसों चौक से गुजर रहा था। तभी उसके मोबाइल पर 9690910648 से काल आई। बात करने वाले व्यक्ति ने खुद को बवाना गैंग का सदस्य बताते हुए पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी। रंगदारी न देने पर गोली मारकर हत्या करने की धमकी भी दी। हालांकि उसने यह नहीं बताया कि रकम कब और कहां पहुंचानी है। एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस के साथ ही एसओजी को भी मोबाइल नंबर की डिटेल ढूंढने में लगाया गया है।नीरज बवाना दिल्ली के बवाना गांव में पैदा हुआ और करीब 17 साल पहले जुर्म की दुनिया में आया। उसे दिल्ली का माफिया डान कहा जाता है। बवाना को अंडरवर्ल्ड डान दाउद इब्राहिम से प्रेरित बताया जाता है। खास बात यह है कि बवाना गिरोह की गतिविधियां इंटरनेट मीडिया पर अपडेट रहती हैं। बवाना के जेल से पेशी पर आने और जाने की तमाम वीडियो इंटरनेट मीडिया पर मौजूद हैं।नीरज ने अपराध की दुनिया में पहले शुरुआत मारपीट, छिनैती से शुरू हुई, लेकिन फिर बड़े अपराध करने लगा। दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान सहित कई राज्यों में नीरज बवाना के खिलाफ हत्या, जबरन वसूली, संपत्ति विवाद में जान से मारने की धमकी जैसे संगीन मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। नीरज बवाना काफी समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।दिल्ली में पहलवान सागर धनकड़ की हत्या के मामले में ओलंपियन सुशील कुमार का नाम सामने आने के बाद भी बवाना का नाम सुर्खियों में आया था। ऐसा कहा जाता है कि सागर की पिटाई के दौरान सुशील कुमार ने नीरज बवाना के गुर्गों के साथ ही सोनू महाल और अमित को भी पीटा था।रानीपुर क्षेत्र में भेलकर्मी के घर चिट्ठी डालकर दो लाख रुपये की रंगदारी मांगने के मामले में भी अभी पुलिस की जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। चूंकि धमकी चिट्ठी लिखकर दी गई है, इसलिए पुलिस तकनीक का सहयोग भी नहीं ले पा रही है। हालांकि, रानीपुर कोतवाल कुंदन सिंह राणा का कहना है कि मामले में सुराग हाथ लगे हैं, जल्द ही मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।