खराब टोंटियों और लीकेज बर्बाद हो रहा अमुल्य पानी
जल संस्थान ने आईएसबीटी में टिहरी बस स्टैंड पर एक छोटा सा टैंक बना रखा है,
ऋषिकेश। विश्व जल दिवस पर तीर्थनगरी में पानी की बर्बादी की तस्वीर जलसंस्थान को जमीनी हकीकत दिखा रही है। शहर और उससे सटे क्षेत्र में कई सार्वजनिक प्याऊ और नल पोस्ट की टोंटियां खराब होने से सैकड़ों लीटर पानी रोज जाया हो रहा है। कहीं विभाग ने टोंटियों को बदलने की बजाय स्टैंड पोस्ट पर सीधा डाट ही ठोक दिए हैं। हाल यह है कि एक तरफ पानी की बर्बादी हो रही है, वहीं दूसरी ओर यात्रियों और पर्यटकों को पीने का पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा है।
जल संस्थान ने आईएसबीटी में टिहरी बस स्टैंड पर एक छोटा सा टैंक बना रखा है, लेकिन इस टैंक पर लगी तीन टोंटियों में से एक टोंटी खराब है, लेकिन टोंटी को कोई ठीक करने वाला नहीं है। यही नहीं, शहर में चंद्रभागा पुल के पास, गंगानगर, सोमेश्वर नगर, शांतिनगर, बनखंडी, सर्वहारा नगर और चंद्रेश्वर नगर आदि स्थानों पर दर्जनों लीकेज से सैकड़ों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है। कहने के लिए जल संस्थान ऋषिकेेश के पास तीन-तीन प्लंबर हैं, लेकिन वे नया कनेक्शन जोड़ने के लिए नहीं जाते हैं। अधिकारियों की मानें तो तीन प्लंबरों में से एक प्लंबर को राजस्व वसूली में लगाया गया है। ऐसे में दो प्लंबर दिनभर खाली बैठते हैं, जबकि उन्हें विभाग की ओर से क्षेत्र बांटे गए हैं। वहीं स्वर्गाश्रम क्षेत्र में लक्ष्मणझूला थाने के पास यात्रियों के पानी पीने के लिए प्याऊ बनाकर रखा है, लेकिन इस पर भी पानी नहीं आ रहा है। इसी प्याऊ से पार्किंग की ओर से करीब 50 मीटर की दूरी पर जल संस्थान की ओर से स्टैंड पोस्ट बना रखा है, लेकिन इस स्टैंड पोस्ट पर प्लग लगाकर इसे बंद कर दिया गया है। लक्ष्मणझूला में जल संस्थान की पानी की टंकी को टैंकर से भरा जाता है, लेकिन यहां भी कभी कभार ही टैंक को भरा जाता है, जिससे यात्रियों को महंगे दामों पर पानी खरीदना पड़ता है।
शहर में जहां-जहां पर टोंटी खराब हैं, वहां पर नई टोंटियां लगाई जाएंगी। यदि कहीं पर लीकेज हो रहा हो तो उसे भी ठीक कराया जाएगा।