11 ट्रैकर्स को रेस्क्यू कर निकाला, पांच के शव बरामद
इस बचाव अभियान में अभी चार लोगों की खोज के लिए रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है।
उत्तरकाशी। सहस्त्रताल रेस्क्यू अभियान में अभी तक रेस्क्यू टीमों द्वारा 11 ट्रैकर्स को हेलीकाप्टर के माध्यम से सुरक्षित निकाला जा चुका है। जबकि घटना स्थल से 5 शव भी बरामद किये गये है। दो ट्रैकर्स जो नजदीकी कैम्प में सुरक्षित थे वह सिल्ला गांव के लिए पैदल निकल चुके है। इस बचाव अभियान में अभी चार लोगों की खोज के लिए रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है।
बता दें कि हिमालयन व्यू ट्रैकिंग ऐजेंसी, मनेरी के द्वारा मल्ला-सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल ट्रैक पर एक 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल जिसमें कनार्टक के 18 सदस्य एवं महाराष्ट्र का एक सदस्य और तीन स्थानीय गाईड शामिल थे, को गत 29 मई को सहस्त्रताल के ट्रैकिंग अभियान पर रवाना करवाया गया था। इस ट्रैकिंग दल को आगामी 7 जून तक वापस लौटना था। इसी दौरान गत दिन अंतिम शिविर से सहस्त्रताल पहुंचने के दौरान मौसम खराब होने से यह दल रास्ता भटक गया। सम्बन्धित ट्रैकिंग ऐजेंसी ने खोजबीन करने पर इस दल के चार सदस्यों की मृत्यु होने की सूचना देते हुए ट्रैक में फंसे 13 सदस्यों के फँसे होने की घटना से प्रशासन को अवगत कराया गया।
मामले में जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया है कि सहस्त्रताल की ट्रैकिंग रुट पर फंसे ट्रैकर्स को रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ व वन विभाग के रेस्क्यू दल अलग-अलग दिशाओं से घटना स्थल के लिए रवाना किये गये। वहीं इस रेस्क्यू अभियान के समन्वय में जुटे पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि एसडीआरएफ की माउंटेनियरिंग टीम भी देहरादून से हेलीकॉप्टर से एरियल रैकी के रवाना हुई है। प्रशासन के द्वारा वायु सेना से भी फंसे ट्रेकर्स के सर्च और रेस्क्यू हेतु अनुरोध किया गया। जिसे देखते हुए मातली व हरसिल सहित अन्य हेलीपैड पर आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित किये गए हैं। सहस्त्रताल ट्रेक रुट पर फंसे ट्रैकर्स को निकालने के लिए वायु सेवा के द्वारा भी सर्च एवं रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया। जिला प्रशासन के अनुरोध पर वायु सेना के दो चेतक हेलीकॉप्टर अभियान में लगाये गए।
बताया जा रहा है कि वायु सेना, एसडीआरएफ तथा अन्य संगठनों द्वारा चलाये जा रहे इस रेस्क्यू अभियान में अब तक 11 ट्रैकर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया है। जिनमें से आठ को देहरादून भेज दिया गया है। जबकि तीन टै्रकर्स नटीण भटवाड़ी में रूके है। इस रेस्क्यू अभियान में पांच ट्रैकर्स के शव भी बरामद किये गये है जिनके शव नटीन हेलीपेड पर लाये गये है। दो ट्रैकर्स सिल्ला गांव के रास्ते वापस लौट रहे है। जबकि चार की तलाश में रेस्क्यू अभियान युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है।