प्रधानमंत्री ने किया ओडिशा का दौरा
पीएम ने की दुखद रेल दुर्घटना के बाद बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा का दौरा किया और बालासोर में दुखद ट्रेन दुर्घटना के बाद चल रहे बचाव और राहत कार्यों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने दुर्घटना स्थल और अस्पताल का दौरा किया जहां घायलों का उपचार चल रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि रेलगाड़ियों में यात्रा कर रहे विभिन्न राज्यों के लोग इस भीषण त्रासदी से प्रभावित हुए हैं। दुर्घटना में मृतकों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार अपनों को खोने वाले शोक संतप्त परिजनों के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने दुर्घटना की त्वरित जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री ने तुरंत राहत और बचाव कार्य में मदद के लिए ओडिशा सरकार, स्थानीय प्रशासन और स्थानीय लोगों, विशेष रूप से युवाओं के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने रात भर बचाव कार्य में सहयोग किया। प्रधानमंत्री ने घायलों की सहायता के लिए बड़ी संख्या में रक्त दान के लिए पहुंचे स्थानीय नागरिकों की भी सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों के साथ-साथ रेल विभाग, रेल मार्ग पर शीघ्र यातायात बहाल करने के लिए कार्य कर रहा है। स्थानीय अधिकारियों, आपदा राहत बल के कर्मियों और रेलवे अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए, प्रधानमंत्री ने भीषण त्रासदी से निपटने के लिए सरकार की पुरजोर सहायता का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा की एक भयंकर हादसा हुआ। असहनीय वेदना मैं अनुभव कर रहा हूं और अनेक राज्यों के नागरिक इस यात्रा में कुछ न कुछ उन्होंने गंवाया है। जिन लोगों ने अपना जीवन खोया है, ये बहुत बड़ा दर्दनाक और वेदना से भी परे मन को विचलित करने वाला है। जिन परिवारजनों को injury हुई है उनके लिए भी सरकार उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। जो परिजन हमने खोए हैं वो तो वापिस नहीं ला पाएंगे, लेकिन सरकार उनके दुख में, परिजनों के दुख में उनके साथ है। सरकार के लिए ये घटना अत्यंत गंभीर है, हर प्रकार की जांच के निर्देश दिए गए हैं और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसको सख्त से सख्त सजा हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा।मैं उड़ीसा सरकार का भी, यहां के प्रशासन के सभी अधिकारियों का जिन्होंने जिस तरह से इस परिस्थिति में अपने पास जो भी संसाधन थे लोगों की मदद करने का प्रयास किया। यहां के नागरिकों का भी हृदय से अभिनंदन करता हूं क्योंकि उन्होंने इस संकट की घड़ी में चाहे ब्लड डोनेशन का काम हो, चाहे rescue operation में मदद की बात हो, जो भी उनसे बन पड़ता था करने का प्रयास किया है। खास करके इस क्षेत्र के युवकों ने रातभर मेहनत की है। मैं इस क्षेत्र के नागरिकों का भी आदरपूर्वक नमन करता हूं कि उनके सहयोग के कारण ऑपरेशन को तेज गति से आगे बढ़ा पाए। रेलवे ने अपनी पूरी शक्ति, पूरी व्यवस्थाएं rescue operation में आगे रिलीव के लिए और जल्द से जल्द track restore हो, यातायात का काम तेज गति से फिर से आए, इन तीनों दृष्टि से सुविचारित रूप से प्रयास आगे बढ़ाया है। लेकिन इस दुख की घड़ी में मैं आज स्थान पर जा करके सारी चीजों को देख करके आया हूं। अस्पताल में भी जो घायल नागरिक थे, उनसे मैंने बात की है। मेरे पास शब्द नहीं हैं इस वेदना को प्रकट करने के लिए। लेकिन परमात्मा हम सबको शक्ति दे कि हम जल्द से जल्द इस दुख की घड़ी से निकलें। मुझे पूरा विश्वास है कि हम इन घटनाओं से भी बहुत कुछ सीखेंगे और अपनी व्यवस्थाओं को भी और जितना नागरिकों की रक्षा को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ाएंगे। दुख की घड़ी है, हम सब प्रार्थना करें इन परिजनों के लिए।