उत्तराखंड समाचारधर्म

20 मई से शुरू होने जा रही हेमकुंड साहिब की यात्रा

गोविंदघाट और घांघरिया गुरुद्वारे में रंग-रोगन का काम पूरा

देहरादून। हेमकुंड साहिब की तीर्थयात्रा को शुरू होने में अब सिर्फ चार दिन का समय शेष रह गया है। इसे देखते हुए आस्था पथ से लेकर हेमकुंड साहिब तक बर्फ हटाने का काम तेजी से हो रहा है। हेमकुंड साहिब परिसर में स्नो कटर मशीन से बर्फ हटाई जा रही है। हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि फिलहाल हेमकुंड साहिब में धूप खिली है। मार्ग को बर्फ काटकर और चौड़ा किया जा रहा है। कल यानी 17 मई को ऋषिकेश से श्रद्धालुओं का पहला जत्था पंच प्यारों की अगुवाई में हेमकुंड साहिब के लिए रवाना होगा। इस दौरान राज्यपाल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व संत मौजूद रहेंगे।
20 मई से शुरू होने जा रही हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। गोविंदघाट और घांघरिया गुरुद्वारे में रंग-रोगन का काम पूरा हो गया है। तो दूसरी ओर अटलाकुड़ी से हेमकुंड साहिब तक सेना के 40 जवान, 40 सेवादार और 34 मजदूर आस्था पथ से बर्फ हटाने में जुटे हैं। हेमकुंड साहिब के ग्लेशियर प्वाइंट पर अभी करीब 6 फीट तक बर्फ जमी है जिसे देखते हुए यहां करीब 60 मीटर तक बर्फ के बीचोंबीच आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। हेमकुंड साहिब में गुरुद्वारे के मुख्य द्वार पर भी करीब चार फीट बर्फ है। इस बर्फ को हटाने में 40 सेवादार लगे हैं। गोविंदघाट गुरुद्वारे के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवासिंह ने बताया कि हेमकुंड साहिब को चार क्विंटल गेंदे के फूल और गुलाब की पत्तियों से सजाया जाएगा। गोविंदघाट और घांघरिया में सजावट का काम अंतिम चरण में है। आस्था पथ पर भारी बर्फ जमी होने के कारण घांघरिया से हेमकुंड साहिब (6 किमी) तक घोडे़-खच्चरों की आवाजाही भी बर्फ पिघलने तक प्रतिबंधित रहेगी। गुरुद्वारा प्रबंधन ने निर्णय लिया है कि गोविंदघाट से दोपहर दो बजे बाद किसी भी तीर्थयात्री को घांघरिया नहीं भेजा जाएगा जबकि घांघरिया से सुबह 10 बजे के बाद तींर्थयात्री हेमकुंड साहिब नहीं भेजे जाएंगे। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने कहा कि हेमकुंड की तीर्थयात्रा के लिए पंजीकरण कराना जरूरी है। बीमार या सांस से संबंधित बीमारी वाले तीर्थयात्रियों के साथ ही बच्चों को यात्रा पर आने की मनाही है।
गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने कहा कि हेमकुंड की तीर्थयात्रा के लिए पंजीकरण कराना जरूरी है। बीमार या सांस से संबंधित बीमारी वाले तीर्थयात्रियों के साथ ही बच्चों को यात्रा पर आने की मनाही है। जून के बाद बर्फ पिघल जाने पर ही इन्हें यात्रा पर आने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक आस्था पथ से बर्फ पिघल कर स्थिति सामान्य नहीं हो जाती, तब तक तीर्थयात्रा भी सीमित रखी जाएगी।

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