23 अक्टूबर को मनाई जाएगी धनतेरस : डॉक्टर आचार्य सुशांत राज
इस दिन भगवान श्रीराम माता सीता, लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या पहुंचे थे।
देहरादून। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की इस साल धनतेरस का पर्व 23 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस दिन मां लक्ष्मी, कुबेर भगवान की पूजा करने का विधान है। इस दिन सोना-चांदी के साथ अन्य चीजों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। इस साल देशभर में दीपावली का पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीराम माता सीता, लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या पहुंचे थे। उनके आने की खुशी में पूरे अयोध्यावासियों ने घी के दीपक जलाए थे। इसी कारण हर साल इस पर्व को मनाया जाता है। इस साल साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को पड़ रहा है। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज का कहना है कि यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए इसका अशुभ प्रभाव काफी कम होगा। साल का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार 25 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर सुबह 5 बजकर 24 मिनट तक रहेगा।
धनतेरस 23 अक्टूबर 2022 :- कार्तिक मास की कृष्ण त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का व्रत रखा जाता है। इस साल धनतेरस 23 अक्टूबर को मनाई जाएगी। मान्यताओं के अनुसार, जब समुद्र मंथन हुआ तब त्रयोदशी तिथि को भगवान धनवंतरी प्रकट हुए थे। वह अपने हाथ में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। मान्यता है कि भगवान धनवंतरी भगवान विष्णु के ही अवतार है। साथ ही इस दिन हनुमान जयंती भी है।
दीपावली 24 अक्टूबर:- मान्यताओं के अनुसार, दीपावली के दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। इस दिन भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद माता सीता और लक्ष्मण के साथ अयोध्या पहुंचे थे। दीपावली अंधेरे पर प्रकाश की जीत का पर्व है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा उपासना की जाती है।
गोवर्धन पूजा और भाई दूज 26 अक्टूबर:- इस बार गोवर्धन पूजा 26 अक्टूबर को है। गोवर्धन के दिन भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। गोवर्धन पर्वत का कहानी बहुत ही दिलचस्प है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान कृष्ण ने इंद्रदेव का अभिमान तोड़ा था। इस दिन गोवर्धन पर्वत को भगवान कृष्ण ने अपनी उंगली पर उठा लिया था और गोकुल वासियों को भारी बरसात से बचाया था। भाई दूज का पर्व भाई बहन के रिश्ते को मजबूत करने का प्रतीक है। इस दिन यमराज धरती पर आते हैं और देवी यमुना की पूजा स्वीकार करने के लिए। इस दिन बहनें भी अपने भाई को अपने घर आमंत्रित करती हैं और फिर उनका तिलक कर उनका मनपसंद भोजन कराती हैं।
छठ महापर्व 28 से 30 अक्टूबर :- इस साल छठ महापर्व की शुरुआत 28 अक्टूबर से होगा। 28 अक्टूबर को नहाया खाया के साथ छठ महापर्व की शुरुआत होगी। इसके बाद 29 अक्टूबर को खरना होगा और 30 तारीख को षष्ठी तिथि यानी की छठ और 31 तारीख को सप्तमी तिथि के साथ छठ महापर्व का समापन होगा।
17 अक्टूबर 2022, सोमवार- अहोई अष्टमी व्रत
23 अक्टूबर 2022, रविवार- धनतेरस, मासिक शिवरात्रि
24 अक्टूबर 2022, सोमवार- दिवाली, लक्ष्मी पूजन, नरक चतुर्दशी
25 अक्टूबर 2022, मंगलवार- सूर्य ग्रहण
26 अक्टूबर 2022, बुधवार- गोवर्धन पूजा, भाई दूज
30 अक्टूबर 2022, रविवार- छठ पूजा