उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति ने की राज्यपाल से मुलाकात
नई शिक्षा नीति में भी भारतीय ज्ञान प्रणाली को शिक्षा का मूल आधार बनाए जाने की बात कही गई है
देहरादून 03 सितम्बर। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह(से नि) से शनिवार को राजभवन में उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री ने शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल ने उन्हें कुलपति पद पर नियुक्ति के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि संस्कृत भाषा भारतीय ज्ञान प्रणाली की आधार भाषा है। उन्होंने कहा की नई शिक्षा नीति में भी भारतीय ज्ञान प्रणाली को शिक्षा का मूल आधार बनाए जाने की बात कही गई है इसलिए संस्कृत विश्वविद्यालय का कर्तव्य है कि न केवल वह अपने विश्वविद्यालय में इसे लागू करे अपितु शिक्षा के सभी संस्थानों से समन्वय बनाते हुए इसे प्रसारित करने में योगदान दे। उन्होंने कहा की संस्कृत में निहित बौद्धिक संपदा को शिक्षा के माध्यम से आम लोगों तक पहुंचाएं। विश्वविद्यालय इसमें निहित ज्ञान विशेषतः योग, आयुर्वेद, मर्म, अध्यात्म, नैतिकता, धर्म, दर्शन तथा भाषाओं के समन्वय के आधार पर लोगों के जीवन को उन्नत बनाने के लिए योजनाएं तैयार करे। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय से इन मूल्यों के विकास के लिए अध्ययन, शोध एवं अनुसंधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप योजनाएं तैयार करने की अपेक्षा की। उन्होंने कहा कि संस्कृत भाषा को आम लोगों के बोलचाल में लाने के लिए आधुनिक तकनीकी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ जोड़ते हुए डिजिटाइजेशन और इनोवेशन को प्राथमिकता देनी होगी।