उत्तराखंड के रुद्रपुर व हरिद्वार में बनेगी फूल मंडी, खराब नहीं हाेंगे उत्पाद, किसानों की बढ़ेगी आय
। नाजुक फसल होने के चलते उनके उत्पाद खराब हो जाते है।
रुद्रपुर : उत्तराखंड में फूलों की खेती बड़े पैमाने पर होती है। यहां से फूल दूसरे राज्यों में बेचे जाते हैं। पर मंडी की समस्या के चलते किसानों को खासी समस्या उठानी पड़ती है। नाजुक फसल होने के चलते उनके उत्पाद खराब हो जाते है।ऊधमसिंह नगर में मौजूद उत्तराखंड के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि अब राज्य में कुमाऊं व गढ़वाल दोनों मंडलों में रुद्रपुर व हरिद्वार में फूल मंडी बनेगी। इससे फूल खराब नहीं होंगे और खेती को बढ़ावा भी मिलेगा। फसल खराब नहीं होगी तो किसान को पूरे उत्पादान का लाभ मिलेगा, जिससे किसानों की आय में इजाफा होगा। किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को लेकर सरकार कार्य कर रही है। राज्य के अन्नदाताओं को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं।कृषि मंत्री जोशी ने उत्तराखंड कृषि विपणन बोर्ड सभागार में मंडी समितियों के सचिवों की बैठक के दौरान पत्रकारों को बताया कि किसानों को दो हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की गई है। इससे किसानों को फायदा होगा। उन्होंने मंडी बोर्ड की एमडी निधि यादव को मंडियों की आय बढ़ाने के साथ ही कूड़ा निस्तारण कराने को कहा। कहा कि कुछ दिन पहले देहरादून मंडी में पहुंचा तो बदबू आ रही है। गंदगी का अंबार था, जबकि मंडी करीब 80 एकड़ में फैली हुई है। वहां नालियां चोक हो गई थीं। उन्होंने मंडियों के विकास कार्यों, आवक-जावक, आय-व्यय व संचालित योजनाओं की जानकारी ली।एमडी निधि ने बताया कि राज्य में 27 मंडियां, 38 उपमंडिया हैं। वर्ष 2018-19 में 430 लाख क्विंटल आवक हुई थी। वर्ष 2019-20 में 427 क्विंटल, 2020-21 में 247 क्विंटल, 2021-22 में 227 क्विंटल खरीद हुई थी। वर्ष 2018-19 में 120 करोड़ रुपये की आय हुई थी, जो 2020-21 में घटकर 81 करोड़ रुपये रह गई। इसकी वजह भारत सरकार के निए कानून बना दिए थे। मंडियों में सरकारी खरीद से आय अधिक होती है। धान से करीब 45 करोड़ व गेहूं से पांच करोड़ की आय होती है।इसके इलावा 10 करोड़ लकड़ी, इतने ही घी, चार-पांच करोड़ गुड़ व सात करोड़ रुपये सब्जियों आते हैं। राज्य में 297 भंडारण है। और भंडारण के निर्माण कराए जा रहे हैं।किच्छा के पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि किच्छा मंडी में करीब करोड़ रुपये का बैडमिंटन हाल बना दिया गया है, जिसमें किसानों का पैसा लगा है। हाल का कोई उपयोग नहीं है, यदि भंडारण बना दिया जाए तो किसानों का लाभ हाेगा।एमडी ने कहा कि गोदाम में तब्दील करने की कार्रवाई की जा रही है। कृषि मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि समितियां किसानों के हितों में कार्य करें। इस मौके पर कृषि सचिव मीनाक्षी सुंदरम, पूर्व सांसद बलराज पासी, मुख्य अभियंता विजय कुमार, बीसी जोशी आदि मौजूद थे।