चमोली। वीआईपी गेट नंबर 2 में लगे पुलिस कर्मचारियों को दर्शन हेतु आए यात्री का पर्स मिला जिनमें नकद धनराशि-1500 रु0 व 01 मोबाइल फोन के अलावा अन्य कीमती सामान जेवरात आदि थे। पुलिसकर्मियों द्वारा तत्काल सामान के मालिकों को अथक प्रयास कर खोया पाया केंद्र में बुलाकर उनके सुपुर्द किया। उत्तराखंड पुलिस के इस प्रकार के इमानदारी व सराहनीय कार्य को देखकर श्रद्धालु गदगद होकर उन्होंने पुलिस की भूरी भूरी प्रशंसा की गई तथा पुलिस का धन्यवाद किया। वहीं दूसरी ओर मन्दिर परिसर में ड्यूटी के दौरान पीआऱडी जवान मदनलाल,फायरमैन सुनील चौधरी को भीड़ में एक बैग मिला जिसमें कार I20 की चाबी, 6000 रुपए व जरुरी कागजात थे। उक्त जवानों द्वारा तत्काल बैग स्वामी की काफी खोजबीन की गयी। काफी मेहनत करने के बाद बैग स्वामी अनीता देवी पत्नी सकेंदर सिंह अलवर राजस्थान को सुपुर्द किया गया। वहीं दूसरी ओर वसंता देवी तुलसी निवासी चेन्नई जिनका मोबाइल फोन दर्शन के दौरान मन्दिर परिसर में खो गया जिसकी सूचना मिलने पर मन्दिर परिसर में ड्यूटीरत होमगार्ड के जवान ईश्वरी द्वारा तत्काल फोन को ढूंढ कर मालिक के सुपुर्द किया गया। वहीं दूसरी ओर जंग बहादुर पुत्र राम किशोर जो की नेपाल के रहने वाले थे जिनका मोबाइल फोन कहीं खो गया था। जिसकी जानकारी उक्त व्यक्ति द्वारा उप निरीक्षक दिनेश रावत को दी। मोबाइल को कुछ ही समय पश्चात ढूंढ लिया गया व मालिक के सुपुर्द किया गया।
श्रद्धालु ने उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया।
केदारनाथ धाम में ड्यूटी पर नियुक्त आरक्षी राजेश कुमार ने इनका मोबाइल फोन ढूंढकर लौटाया गया है। इनके द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया है।
वहीं दूसरी ओर जयपुर निवासी ममता सिंह का खोया मोबाइल फोन व जरूरी सामान को केदारनाथ में ड्यूटीरत मुख्य आरक्षी प्रशिक्षु हेमचन्द्र मठपाल ने ढूंढकर वापस लौटाया गया।
वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम स्थित भैरवनाथ जी मन्दिर के पास श्रद्धालु का पर्स गिरा हुआ था। पुलिस कार्मिक ने इस पर्स को अपने पास सुरक्षित रखकर आस पास के श्रद्धालुओं से पूछा गया, किसी के द्वारा अपना होना नहीं बताया गया। उनके द्वारा पर्स के सम्बन्ध में केदारनाथ मन्दिर परिसर में अनाउंसमेंट करवाकर इस पर्स के वास्तविक स्वामी शजल शर्मा को लौटाया गया। श्रद्धालु ने उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया।
वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम पहुंचे श्रद्धालु संकेत पटेल निवासी अहमदाबाद की सोने से जड़ी रुद्राक्ष की माला खो गयी थी। उनके द्वारा अपने स्तर से काफी देर तक ढूँढने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता न मिल सकी। अपनी समस्या को पुलिस कार्मिकों को बताया गया। मुख्य आरक्षी प्रशिक्षु मुकेश कठैत ने अपने स्तर से ढूंढ खोज कर न केवल इनकी माला वापस की बल्कि इनके चेहरे की मुस्कुराहट भी वापस लौटायी गयी।
वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम यात्रा पर आए पश्चिम बंगाल निवासी श्रद्धालु कौशिक दास का कीमती कैमरा कहीं पर छूट गया था। श्रद्धालु ने अपने स्तर से ढूंढखोज की पर नहीं मिल पाया। थक हारकर पुलिस को सूचित किया। मुख्य आरक्षी मुकेश कठैत ने कैमरे को ढूंढकर श्रद्धालु के सुपुर्द किया। श्रद्धालु ने इस कैमरे की कीमत डेढ़ लाख होनी बतायी गयी। अपना फोन सकुशल वापस पाकर इनके द्वारा उत्तराखण्ड पुलिस का आभार प्रकट किया गया।
वहीं दूसरी ओर प्रचलित केदारनाथ धाम यात्रा में जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस के स्तर से नयी पहल शुरू की गयी है, पहल यह कि केदारनाथ यात्रा पर आये श्रद्धालुओं की मदद हेतु “ऑपरेशन मुस्कान” चलाया हुआ है। केदारनाथ धाम ड्यूटी में नियुक्त मुख्य आरक्षी प्रशिक्षु हेमचन्द्र मठपाल ने गौरव कुमार निवासी अजमेर राजस्थान के खोये हुए पर्स को ढूंढकर वापस लौटाया गया है।