चार अप्रैल को प्रकाशित होगी आरक्षण की अनंतिम सूची
हरिद्वार जिले में पंचायतों का कार्यकाल 28 मार्च 2021 को पूरा हो गया था
रुड़की : आरक्षण की प्रक्रिया का कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है। चुनाव लड़ने वाले अब एक दूसरे से फोन कर जान रहे हैं कि इस बार गांव में प्रधान का पद अनुसूचित जाति, पिछड़ी में होगा या नहीं। चार अप्रैल को आरक्षण की अनंतिम सूची जारी होगी।
हरिद्वार जिले में पंचायतों का कार्यकाल 28 मार्च 2021 को पूरा हो गया था। हालांकि शासन ने उससे पहले चुनाव संबंधी प्रक्रिया शुरू कर दी थी। लेकिन, कोरोना की दूसरी लहर आ गई थी। इसके अलावा सरकार की ओर से जिले में सात ग्राम पंचायतों को समाप्त करते हुए नगर पंचायतों के नाम की घोषणा कर दी गई थी। बाद में प्रदेश में मुख्यमंत्री के बदले जाने के चलते चुनाव की प्रक्रिया नहीं हो सकी। इसी बीच मामला उच्च न्यायालय में भी पहुंचा। जिस पर सरकार से जवाब मांगा गया था। सरकार ने तब विधानसभा चुनाव की बात कहकर हाथ खड़े कर दिए थे। विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान शासन ने पंचायतों के आरक्षण की प्रक्रिया को शुरू करने की कोशिश की थी। लेकिन, कांग्रेस के विरोध के चलते ऐसा नहीं हो सका। वहीं निर्वाचन आयोग ने भी इस पर रोक लगा दी थी। अब चार अप्रैल को आरक्षण की अनंतिम सूची प्रकाशित होगी। इसके चलते ब्लाक मुख्यालयों पर सूची बनाने का काम तेजी से चल रहा है। वहीं ग्रामीणों में भी इस बात को लेकर जिज्ञासा बनी हुई कि उनकी ग्राम पंचायत में प्रधान की सीट किस वर्ग के लिए आरक्षित होगी। जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह ने बताया कि 18 अप्रैल तक सूची आयोग तक जानी है। इसके लिए सभी विकास खंड मुख्यालयों को कार्यक्रम भेजा जा चुका है।