रुड़की: सरकार लगातार बैंकों को निजी हाथों में सौंपकर देश की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ बैंकिंग क्षेत्र की शाख को भी दांव पर लगा रही है। आने वाला समय बेहद चुनौतीपूर्ण होगा। इसलिए एकजुटता के साथ सरकार के गलत फैसलों का विरोध किया जाए। बैंकों के निजीकरण से आम जनता को भी बेहद नुकसान होगा, इसके दुष्परिणाम सबके सामने आने लगे हैं। यह बात आल इंडिया स्टेट बैंक आफ इंडिया स्टाफ फेडरेशन के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सुनील चुग ने रामनगर स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।
स्टेट बैंक आफ इंडिया स्टाफ एसोसिएशन की ओर से रुड़की के रामनगर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर फूलों की होली खेली गई। विभिन्न कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर सबका मन मोह लिया। एक से बढ़कर एक झांकी भी प्रस्तुत की गई। इसके उपरांत सभा का आयोजन किया गया। जिसमें फेडरेशन के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सुनील चुग ने कहा कि एक जमाने में बैंकिग क्षेत्र को बेहद सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था। लेकिन, सरकार की गलत नीतियों की वजह से आज बैंकिग सेक्टर पर संकट के बादल छाए हुए है। जिस तरह से भारत सरकार लगातार बैंकों का विलय कर रही है। साथ ही निजी सेक्टर को बैंकों को सौंपने जा रही है इसके गंभीर परिणाम सबके सामने होंगे। पहले बैंकों का विलय किया जा रहा है। इसके बाद उनकी शाखाओं को धीरे-धीरे कर बंद किया किया जा रहा है। स्टेट बैंक आफ इंडिया स्टाफ एसोसिएशन के सहायक महासचिव विशाल गुप्ता ने कहा कि रुड़की शहर का यह सौभाग्य है कि फेडरेशन की इतनी बड़ी हस्ती उनके बीच में है। पूर्व यूनियन नेता वीके गुप्ता के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में पीयूष शर्मा, सौरभ, जयंत, अंकित वर्मा, नितिन, गंभीर, मोनिका, ज्योति, आभा, इंद्रा त्यागी, जल सिंह, विक्रम नेगी, अश्वनी, सुरेन्द्र शर्मा, अनिल गोयल, रमेश शर्मा एवं अशोक आदि मौजूद रहे।