लड़कियों को दहेज न देने व लड़कों को न लेने की दिलाई शपथ
30 दिवसीय नाट्य कार्यशाला में प्रख्यात रंगकर्मियों ने प्रतिभागियों को अभिनय की विधाओं से अवगत करवाया।
रुड़की : 30 दिवसीय नाट्य कार्यशाला में प्रख्यात रंगकर्मियों ने प्रतिभागियों को अभिनय की विधाओं से अवगत करवाया। इसके बाद बाल कलाकार राहुल सांकृत्यायन की ओर से लिखित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली उपन्यास पर आधारित नाटक का मंचन करके अपने अभिनय को बड़े जोश एवं कुशलता से प्रस्तुत कर रहे हैं।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय नई दिल्ली एवं शैलनट रुड़की की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित 30 दिवसीय नाट्य कार्यशाला का मालवीय चौक स्थित एक बैंक्वेट हाल में समापन समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित कर्नल (सेनि) एमपी शर्मा एवं महापौर गौरव गोयल ने दीप जलाकर समारोह की शुरुआत की। इस मौके पर कर्नल (सेनि) एमपी शर्मा ने कहा कि हमें अपने देश के वीर सैनिकों एवं अमर बलिदानियों के शौर्य व पराक्रम पर आधारित नाटक का मंचन करके भावी पीढ़ी को दिखाना चाहिए, जिससे उनमें राष्ट्र प्रेम एवं देशभक्ति की भावना जाग्रत हो। इस दौरान उन्होंने लड़कियों को शपथ दिलाई कि जो लड़का दहेज मांगेगा, वह उससे विवाह नहीं करेंगी और लड़कों को शपथ दिलाई कि वह भी अपने विवाह में दहेज नहीं मांगेंगे। नाटक के कैंप निर्देशक विजय राजवंशी ने कहा कि पेशावर कांड के नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जैसे वीर सपूतों के बलिदान से हमारा देश आजाद हुआ। इसलिए वे वीर सपूतों पर आधारित नाटकों का मंचन भारत के विभिन्न प्रदेशों में करते रहेंगे, जिससे हमारे देश के सैनिकों, देश के रक्षकों का गौरव एवं यश गान होता रहे। साथ ही भावी पीढ़ी को भी शौर्य पराक्रम के इतिहास से अवगत करवाया जा सके। इस मौके पर दिल्ली से आए कार्यशाला सहायक निर्देशक राम प्रताप, वीर चंद्र सिंह गढ़वाली नाटक के स्क्रिप्ट लेखक कमल सिंह रावत, डा. ज्योति गुप्ता, पार्षद नीतू शर्मा, कवि पंकज गर्ग, अनिल वर्मा, विजय राजा, सचिन जैन, हरीश शर्मा, डा. कन्हैया, अमजद, रोहित तोमर, दिनेश धीमान एडवोकेट, अजय कुमार आदि उपस्थित रहे।