मां पूर्णागिरि के दर्शन को आए लखीमपुर के श्रद्धालु की मौत
एसएसआइ सुरेंद्र कोरंगा ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद स्वजन रविवार को शव लेकर वापस चले गए।
टनकपुर(चम्पावत) : मां पूर्णागिरि मेले में लखीमपुर खीरी से 18 श्रद्धालुओं का एक जत्था शनिवार को पिकअप वाहन से टनकपुर पहुंचा। बूम में वाहन पार्क कर सभी लोग पैदल ही मंदिर की ओर चले। रास्ते मे ही 15 वर्षीय दीपक कुमार पुत्र विजय कुमार निवासी अयोध्यापुर लखीमपुर खीरी, उत्तर प्रदेश पर अचानक चक्कर आने पर गिर गया।साथ आए स्वजन उसे ठुलीगाड़ ले गए मगर वहां डॉक्टर नहीं मिलने पर संयुक्त चिकित्सालय टनकपुर ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने दीपक को मृत घोषित कर दिया गया। मेले में स्वास्थ्य सुविधाएं न होने से लोगों में काफी आक्रोश है। एसएसआइ सुरेंद्र कोरंगा ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद स्वजन रविवार को शव लेकर वापस चले गए। विगत दो वर्ष कोरोना महामारी के भेंट चढ़े उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले का आगाज हुआ। 15 जून तक चलने वाले मेले का शुभारंभ कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित व मां की पूजा अर्चना कर किया।शुभारंभ कार्यक्रम में कमिश्नर रावत ने कहा कि मेले की भव्यता को देखते हुए मेले को राजकीय मेला घोषित किया जाना चाहिए। इसके लिए डीएम से प्रस्ताव बनाकर शासन में भेजने के लिए कहा। उन्होंने डीएम तोमर को निर्देश दिए कि वह मेले के दौरान एक अधिकारी की नियुक्त करें, जो मेले में आने श्रद्धालुओं सुझाव को नोट करें। इससे आगे वाले मेले में उन सुझावों पर अमल कर उसमें सुधार किया जा सके।