सराय ख्वाजा विद्यालय में मनाई ईको फ्रेंडली होली
यह भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है। रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है।
एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
फरीदाबाद। गर्वनमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा, स्टाफ सदस्यों एवम जे आर सी सदस्यों ने ईको फ्रेंडली होली मनाई। होली वसंत ऋतु में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण भारतीय पर्व है। यह पर्व हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। होली रंगों का तथा हँसी-खुशी का त्योहार है। यह भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है। रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। यह पर्व कई अन्य देशों जिनमें हिन्दू लोग रहते हैं में भी धूम धाम के साथ मनाया जाता है। पहले दिन होलिका किया जाता है। दूसरे दिन जिसे प्रमुखतः धुलेंडी, धुरखेल या धूलिवंदन इसके अन्य नाम हैं। सभी एक दूसरे पर रंग, अबीर, गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाए जाते हैं और घर घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले मिलते हैं और फिर से मित्र बन जाते हैं। एक दूसरे को रंगने और गाने बजाने का पर्व दोपहर तक चलता है। इसके बाद स्नान कर के विश्राम करने के बाद नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं, गले मिलते हैं और मिठाइयाँ खिलाते हैं। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि अध्यापकों ने फूलों और हर्बल रंगो और गुलाल से होली खेली और सभी ने प्रेम और उत्साह से होली पर्व मनाया। प्राचार्य ने कहा कि हम सभी को होली पर्व पर भेदभाव भुला कर आपसी सद्भाव, प्रेम और समर्पण से मिलकर रंगो के पर्व पर आनंद से सरोबार होने की आवश्यकता है। उन्होंने सभी अध्यापकों और स्टाफ सदस्यों को होली के पर्व पर शुभकामनाएं दी और ईको फ्रेंडली होली मना कर जल को बचाने की अपील की।