उत्तर प्रदेश समाचार

वायु सेना प्रमुख ने किया एनसीसी गणतंत्र दिवस शिविर- 2024 का दौरा

पूर्वी क्षेत्र) के कैडेट्स ने शानदार बैंड प्रदर्शन किया। सीएएस ने 'फ्लैग एरिया' का निरीक्षण किया।

नई दिल्ली। वायु सेना प्रमुख (सीएएस) पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएम, एडीसी एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने आज दिल्ली कैंट में आयोजित एनसीसी गणतंत्र दिवस (आरडी) शिविर 2024 का दौरा किया। इस अवसर पर वायु सेना प्रमुख का स्वागत एनसीसी के महानिदेशक (डीजी) एवीएसएम, वीएसएम लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीरपाल सिंह ने किया। वायु सेना प्रमुख ने एनसीसी की सेना, नौसेना और वायु सेना शाखा के कैडेट्स की ओर से प्रस्तुत ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ की समीक्षा की। इसके बाद एनईआर (उत्तर पूर्वी क्षेत्र) के कैडेट्स ने शानदार बैंड प्रदर्शन किया। सीएएस ने ‘फ्लैग एरिया’ का निरीक्षण किया। यहां विभिन्न सामाजिक जागरूकता विषयों को प्रदर्शित किया गया है, जिसे सभी 17 एनसीसी निदेशालयों के कैडेट्स ने कठिन मेहनत से तैयार किया था। इसके अलावा कैडेट्स ने अपने-अपने मॉडलों का संक्षिप्त विवरण भी प्रदान किया। वायु सेना प्रमुख ने हॉल ऑफ फेम का भी दौरा किया, जो एनसीसी के गौरवशाली 75 वर्षों का एक समृद्ध रूप है। इसके बाद में एयर चीफ मार्शल ने अन्य विशिष्ट अतिथियों के साथ एनसीसी सभागार में प्रतिभाशाली कैडेट्स की ओर से प्रस्तुत एक प्रभावशाली ‘सांस्कृतिक कार्यक्रम’ का आनंद प्राप्त किया। विभिन्न निदेशालयों से आए कैडेट्स ने नृत्य और गीत के माध्यम से अपनी संस्कृति प्रस्तुत की। इसके बाद एयर चीफ मार्शल ने इन कैडेट्स को संबोधित किया और उनके बेदाग प्रदर्शन, शानदार आचरण और उत्कृष्ट ड्रिल मूवमेंट की सराहना की। उन्होंने प्रतिष्ठित गणतंत्र दिवस (आरडी) शिविर के लिए चयनित होने पर उपस्थित सभी कैडेट्स को बधाई दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कैसे हमारी विविधता हमारी ताकत है और कैसे हम मिलकर महानता प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि कैसे एनसीसी ने अनुशासन, नेतृत्व, सौहार्द, टीम भावना, साहस और राष्ट्रीय एकता के गुणों को विकसित करके लाखों लोगों के जीवन को रूपांतरित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सीएएस ने नेतृत्व के विषय पर कहा कि यह कार्यों के माध्यम से दूसरों को प्रेरित करने, साझा हित व जिम्मेदारी को बढ़ावा देने और अपने अधीन लोगों की देखभाल करने के बारे में है। इसके अलावा उन्होंने कैडेट्स की वर्षों से प्रदर्शित नि:स्वार्थ भावना की सराहना भी की। उन्होंने एनसीसी के आदर्श वाक्य ‘एकता और अनुशासन’ के महत्व पर जोर दिया और बताया कि कैसे सशस्त्र बलों में शामिल होने से उन्हें जीवन में इन गुणों को विकसित करने का एक बड़ा अवसर प्राप्त हो सकता है।

 

 

 

 

 

 

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