उत्तराखंडियत पर किताब लिखने को लेकर हरदा के नैतिक अधिकार पर उठाया सवाल
प्रदेश अध्यक्ष श्री भट्ट ने उत्तराखंडियत पर किताब लिखने को लेकर हरदा के नैतिक अधिकार पर सवाल उठाया है।
देहरादून। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पूर्व सीएम हरीश रावत की पुस्तक पर पूछे मीडिया के सवालों का जबाब देते हुए कहा, जो उत्तराखंड राज्य निर्माण के विरोधी रहे हों और उत्तराखंड को लूटने का लाइसेंस देते कैमरे में कैद हुए हों, उनका उत्तराखंडियत पर किताब लिखना हास्यपद है । उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, हरदा की किताब खुद कांग्रेस पार्टी की अंतर्द्वंद्व को बढ़ाने वाली और असलियत को सामने लाने वाली साबित होगी। पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री भट्ट ने उत्तराखंडियत पर किताब लिखने को लेकर हरदा के नैतिक अधिकार पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा, 90 के दशक में राज्य निर्माण के विरोध में इन्होंने और कांग्रेस नेताओं ने ऐड़ी चोटी का जोर लगाया हुआ था, जब बात बनती नही देखी तो केंद्र शासित प्रदेश बनाने का लगे राग अलापने। इतना ही नही जब मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिला तो अपनी सरकार बचाने के लिए कैमरे पर राज्य को बेचने का लाइसेंस देने वादा करते नज़र आये। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, अब बड़ी बेशर्मी से उत्तराखंडियत पर ज्ञान बघार रहे है।
श्री भट्ट ने व्यंग करते हुए कहा, हरदा की किताब कांग्रेस को ही भारी पड़ने वाली है और उनकी पार्टी के अंतर्द्वंद्व को ही बढ़ाने वाली है। उन्होंने कहा, वे अपनी जो भी पीड़ा बयां कर रहे है वो सब दुख उनकी पार्टी नेताओं द्वारा ही उन्हें दिए गए हैं। मीडिया द्वारा कुछ कांग्रेस नेताओं का दिवंगत कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास की मृत्यु को लेकर आरोप लगाने को घटिया राजनीति करार दिया है। उनके परिजन समेत सभी जानते हैं कि तत्काल परिस्थितियों में जो भी सर्वश्रेष्ठ इलाज संभव था उसे उपलब्ध कराया गया। लिहाज़ा इलाज में त्रुटि की बात करना बेहद गैरजिम्मेदाराना बयान हैं और हम इसकी कड़ी भर्त्सना करते हैं।