परीक्षा पे चर्चा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्ट्रेस फ्री परीक्षा टिप्स बताए
माइक्रो मैनेजमेंट अपना कर सभी कार्य पूर्ण करें।
फरीदाबाद। गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड और जूनियर रेडक्रॉस द्वारा प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में विद्यालय के सभी विद्यार्थियों एवम सभी अध्यापकों को प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का छात्रों, अध्यापकों और अभिभावकों एवम सभी के लिए विशेष कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा का लाइव प्रसारण सुना। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा पे चर्चा में विद्यार्थियों और अविभावकों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि टाइम मैनेजमेंट के लिए मां से बेहतर और कोई हो ही नही सकता। जिस प्रकार मां सम्पूर्ण घर, पति, बच्चों, सास, ससुर के अतिरिक्त अपनी नौकरी आदि सभी कार्य भी दक्षता से करती है उसी प्रकार हमें भी अपने कार्यों, स्टडीज को मैनेज करना चाहिए। आप करना प्रारंभ करें, ढेर न लगाए। माइक्रो मैनेजमेंट अपना कर सभी कार्य पूर्ण करें। समय प्रबंधन का मंत्र हम अपनी मां से भली भांति ग्रहण कर सकते हैं। प्रेशर के विषय में अन्य प्रश्न का उत्तर देते हुए प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने बताया कि कुछ माता पिता और परिवार डेकोरम और प्रतिष्ठा के लिए बच्चों पर पीयर प्रेशर बनाते हैं आप सोशल स्टेटस की और ध्यान न दें और प्रेशर को दूर करने पर ध्यान केंद्रित करें। अपनी क्षमता और केलीबर को अंडर एस्टीमेट न करें। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने बताया कि मोरल वैल्यूज में परिवर्तन बहुत ही घातक है। सफलता के लिए कठिन परिश्रम के अतिरिक्त स्मार्ट वर्क भी आवश्यक हैं। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने एवरेज स्टूडेंट्स को एग्जाम टिप्स देते हुए कहा कि आप असाधारण नही होने के दबाव में नहीं आएं और अपने नकारात्मक विचारों को अपने से दूर रखें। अपनी क्षमताओं पर विश्वास बनाए रखें सफलता आप की शीघ्र और अवश्य मिलेगी। प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि परीक्षा पर चर्चा से मेरा भी लाभ होता है। यह मेरे सामर्थ्य को बढ़ा रहा है। इसके बाद पीएम ने सभी को धन्यवाद दिया और उनका अभिवादन किया। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि पी एम मोदी जी ने प्रतियोगिता का महत्व बताते हुए कहा कि प्रतियोगिता जीवन की सबसे बड़ी सौगात है। इसके बिना जीवन में कोई अर्थ नहीं। परीक्षाओं को भी अवसर बनाना चाहिए। पीएम ने कहा हमारे शिक्षक बच्चों के साथ जितना अपनापन बनाएंगे उतना बेहतर है। स्टूडेंट जब कोई प्रश्न पूछता है तो वह आपकी परीक्षा नहीं लेना चाहता यह उसकी जिज्ञासा है। उसकी जिज्ञासा ही उसकी अमानत है। किसी भी जिज्ञासु बच्चेक को टोकें नहीं। यदि उत्तर नहीं भी आता है तो उसे प्रोत्सापहित करें कि तुम्हातरा प्रश्नञ बहुत अच्छाो है। मैं अधूरा उत्तर दूं तो यह अन्यातय होगा। इसका उत्तर मैं तुम्हें कल दूंगा और इस दौरान मैं स्वयं इसका उत्तर ढ़ूंढूंगा। यदि शिक्षक ने कोई बात बच्चेध को गलत बता दी तो यह जीवनभर उसके मन में रजिस्ट र हो जाएगा. इसलिए समय लेना गलत नहीं है गलत बताना गलत है। प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने बताया कि प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा देश है हमारे पास सैंकड़ो भाषाएं है ये हमारी समृद्धि है तथा कम्यूोनिकेशन एक बहुत बड़ी शक्ति है जैसे हम सोचते हैं प्या़नो या तबला सीखूं, तो ऐसे ही अपने पड़ोस के किसी राज्यश की भाषा भी सीखनी चाहिए। उन्होंने कहा की कहा कि यदि हम अपने सामर्थ्य, पर ध्या न देते हैं, ताे तनाव नहीं होता. जीवन के स्टेाशन में एक ट्रेन छूट गई तो दूसरी आएगी। कोई भी एग्जायम जीवन का अंत नहीं होता हमें तनाव से मुक्ति का संकल्पो लेना होगा। परिणाम के तनाव को मन में लेने की आवश्यकता नहीं है। इस अवसर पर प्राध्यापिका सुशीला बेनीवाल, रविंद्र आर्य, रविंद्र डी पी, मोनिका, सोनिया जैन, प्रज्ञा मित्तल सहित समस्त स्टाफ और छात्राएं उपस्थित रहीं।