उत्तराखंड समाचार

सुदूरवर्ती गांव नामिक मे स्वास्थ्य शिविर आयोजित

मरीजों को दवा तथा गंभीर रूप से बीमार मरीजों को बाहर इलाज करने की सलाह दी गई।

मुनस्यारी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पिथौरागढ़ के सहयोग से सबसे सुदूरवर्ती गांव नामिक में आज स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। 12 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा के बाद पहुंचे चिकित्सकों की टीम ने 147 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निशुल्क दवाइयां बांटी। महिला रोगियों का विशेष उपचार किया गया। बच्चों का भी परीक्षण किया गया। जिला अधिकारी डां आशीष चौहान तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एचएस ह्यांकी के आदेश तथा जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की पहल पर स्वास्थ्य सुविधा से वंचित नामिक में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। नामिक गांव पहुंचने के लिए आधा दर्जन पैदल मार्ग है, लेकिन सड़क एक भी नहीं है। पिथौरागढ़ जिले के थल- मुनस्यारी मोटर मार्ग के बला से 27 किमी तथा बागेश्वर जिले के शामा – केमू मोटर मार्ग के गोगिना से 6 किमी की कठिन पैदल यात्रा करने के बाद नामिक गांव पहुंचा जा सकता है। नामिक में सरकार ने 2015 में उप स्वास्थ्य केन्द्र का वोर्ड स्कूल में टांग दिया, लेकिन आज भी यहां स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर एक सिरदर्द की गोली देने की व्यवस्था तक नहीं है। लंबे समय के बाद नामिक में लगाएं गये स्वास्थ्य शिविर में महिला चिकित्साधिकारी डॉ प्रणिता टोलिया, चिकित्सा अधिकारी डॉ विवेक कुमार, फार्मासिस्ट नवीन चन्द्र आर्या, एएनएम कमला शर्मा,सीएचओ तारा गर्ब्यांल, अभिषेक शर्मा ने इस दुरस्थ क्षेत्र में मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। मरीजों को दवा तथा गंभीर रूप से बीमार मरीजों को बाहर इलाज करने की सलाह दी गई। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि दुरस्थ क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के साथ उन्हें इलाज की सुविधा दिए जाने की यह मुहिम स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जारी रहेगा। इस मौके पर ग्राम प्रधान तुलसी जैम्याल, भारतीय स्टेट बैंक के सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रबंधक बहादुर सिंह धर्मसक्तू, राउमावि नामिक के प्रधानाचार्य भगवान सिंह जैम्याल, सहायक अध्यापक जितेन्द्र सिंह सामंत ने सहयोग दिया।

 

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