उत्तराखंड समाचार

हल्द्वानी में जलजमाव से बचने के लिए करनी होगी 1343 करोड़ की व्यवस्था

तेजी से विस्तारित होने हल्द्वानी के लिए ड्रेनेज बड़ी समस्या है।

हल्द्वानी : तेजी से विस्तारित होने हल्द्वानी के लिए ड्रेनेज बड़ी समस्या है। हल्द्वानी में सालभर में औसतन 50 दिन 2.5 मिमी से अधिक वर्षा होती है। यह वर्षा जलभराव के लिए पर्याप्त है। जलभराव से निदान के लिए 1343 करोड़ रुपये की जरूरत होगी।शहर का भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआइएस) आधारित ड्रेनेज मास्टर प्लान बना रही फीडबैक इंफ्रा ने अपने प्लान में इसका जिक्र किया है। गुरुवार को मेयर डा. जोगेंद्र रौतेला की अध्यक्षता में हुई बैठक में कंपनी के विशेषज्ञों ने इसका प्रस्तुतीकरण दिया।नगर निगम सभागार में हुई बैठक में फीडबैक इंफ्रा के डिजाइन इंजीनियर विश्वेश पारकर, राकेश कुमार ने बताया कि 46.36 वर्ग किमी क्षेत्र के ड्रेनेज सिस्टम के लिए 117 किमी लंबी पाइप लाइन व 572 किमी लंबी बाक्स आधारित लाइन डालने की जरूरत होगी।पेयजल निगम के ईई एके कटारिया, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अमित बंसल, यूयूएसडीए के कृष्ण बुधानी, टाटा कंसलटेंसी के टीएस बाबू, सागर, सौरभ सिंह ने धरातलीय उपयुक्तता के आधार पर जरूरी सुझाव को प्लान में शामिल करने की बात कही। पार्षद व जनप्रतिनिधियों से भी सुझाव दिए।मेयर ने कहा कि बजट की उपलब्धता व प्राथमिक जरूरतों के आधार पर शहर को बेहतर ड्रेनेज सिस्टम देने का प्रयास होगा। नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, अर्बन विशेषज्ञ चंद्र सिंह, वरिष्ठ नागर जनकल्याण समिति अध्यक्ष भुवन भास्कर पांडे, पार्षद चंद्र प्रकाश आदि मौजूद रहे।

 

 

 

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