10 साल में भी नहीं बन पाई 5 किमी सड़क, रोड कटान कर काम आधा अधूरा छोड़ा
पहाड़ में ग्रामीण विकास की कुंजी उपेक्षा से खुद ही बेजार है।
द्वाराहाट: पहाड़ में ग्रामीण विकास की कुंजी उपेक्षा से खुद ही बेजार है। विकासखंड के सुरईखेत, गनोली, बाबन आदि सुदूर गांवों को जोडऩे के लिए एक दशक पूर्व स्वीकृत सड़क का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो सका है। दस वर्षों में पांच किमी रोड न बनने से नाराज ग्रामीणों ने इसे विभागीय उपेक्षा करार देते हुए लोनिवि मंत्री सतपाल महाराज को शिकायती पत्र भेज समस्या दूर करने पर जोर दिया है।दूरदराज के गांवों को सड़क सुविधा का लाभ दिलाने के उद्देश्य से वर्ष 2008-09 में सुरईखेत से गनोली होकर बाबन तक पांच किमी सड़क स्वीकृत हुआ। साढ़े तीन किमी तक रोड कटान तो किया गया मगर डामरीकरण तो दूर सुधारीकरण के कार्य ही शुरू नहीं हो सके हैं। शेष आधा किमी पर कटान कर सोलिंग कब होगी, इसका भी कोई पता नहीं।नतीजतन बुनियादी सुविधा को काटी गई रोड अब ग्रामीणों के लिए सिरदर्द बन गई है। पक्का निर्माण न होने से बारिश में पैदल चलना भी दूभर हो जाता है। गड्ढों व मलबे में असंतुलित होकर कई वाहन पलटने से लोग चोटिल हो चुके हैं। इस आधाअधूरे कार्य से गनोली में मां कालीदेवी मंदिर की सुरक्षा दीवार गिर गई है। इससे मंदिर भी भूस्खलन की जद में आ गया है।ग्राम उत्थान समिति गनोली के अध्यक्ष कैलाश फुलारा तथा ग्रामप्रधान अनीता देवी ने कहा कि एक दशक बीतने के बावजूद सड़क निर्माण शुरू न होना विभागीय लापरवाही है। उन्होंने लोनिवि मंत्री को पत्र रोड कटान के बाद सुधारीकरण, डामरीकरण व अन्य अवशेष कार्य जल्द शुरू कराने की गुहार लगाई है।