प्रत्येक गांव में होगी किसानों की पंचायत
20 साल से लंबित चकबंदी की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा रही है।
, रुड़की: 20 साल से लंबित चकबंदी की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा रही है। खेत से मिट्टी उठाने के दौरान किसानों के चालान काटे जा रहे हैं। ऊर्जा निगम की ओर से किसानों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। साथ ही चीनी मिलें किसानों को समय पर गन्ने की पर्चियां नहीं दे रही हैं। इसे लेकर किसानों में आक्रोश है। यह समस्याएं विभिन्न गांव में आयोजित पंचायत में किसानों ने भाकियू के पदाधिकारियों के समक्ष रखी।
भारतीय किसान यूनियन रोड गुट के प्रदेश अध्यक्ष पद्म सिंह रोड ने कहा कि लंबे समय से प्रशासन किसानों की उपेक्षा कर रहा है। किसानों की समस्याओं का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। परेशान किसान अफसरों के चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने बताया कि यूनियन की ओर से विभिन्न गांव में पंचायत की जा रही है। मसाई कला गांव में आयोजित पंचायत के दौरान किसानों ने बताया कि चीनी मिल की ओर से गन्ने की पर्चियां नहीं दी जा रही है। इसकी वजह से किसानों का गन्ना खेत में सूख रहा है। एक तरफ गन्ने की छिलाई तो दूसरी तरफ गेहूं की कटाई। यदि गन्ना विभाग समय से पर्चियां जारी कर देता तो किसान अब आसानी से गेहूं की कटाई कर सकते थे। इसके अलावा कई गांव में चकबंदी से जुड़ी शिकायत आई है। बीस-बीस साल से चकबंदी की प्रक्रिया अटकी हुई है। किसान ना तो ट्यूबवेल लगा पा रहा है और ना ही खेतों को समतल कर पा रहा है। साथ ही पुलिस की ओर से भी चेकिग के नाम पर किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं को एकत्र कर प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष रखा जाएगा। साथ ही इनका निस्तारण कराया जाएगा। इस मौके पर जिलाध्यक्ष नाजिम अली, जिला उपाध्यक्ष मुबारिक अली, प्रदेश सचिव अनीश अहमद, प्रवेज प्रधान, शमशाद प्रधान, पवन रोड आदि ने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर सर्व सम्मति से आचार्य घनश्याम को तहसील अध्यक्ष चुना गया।