लालढांग: चुनावी टीका-टिप्पणी से जुड़ी आडियो वायरल होने के मामले में एक किशोर को हिरासत में लेने पर हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत ने समर्थकों के साथ श्यामपुर थाने पहुंचकर धरना दिया। बाद में ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर भी वहां पहुंच गए। कांग्रेस विधायकों और कार्यकत्र्ताओं ने पुलिस पर भाजपा के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। साथ ही एसओ श्यामपुर अनिल चौहान को हटाने की मांग भी की। सीओ सिटी शेखर सुयाल ने किसी तरह समझा-बुझाकर हंगामा शांत कराया।
विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद गाजीवाली के भाजपा नेता को लेकर किसी युवक ने अपने दोस्त से फोन पर बातचीत कर गाली-गलौच की, जिसका आडियो वायरल हो गया। भाजपा नेता ने किशोर के खिलाफ शिकायत की थी। पुलिस ने किशोर को थाने बुलाया और हिरासत में लेकर पूछताछ की। सूचना पर कांग्रेस की नवनिर्वाचित विधायक अनुपमा रावत यूथ कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष राजीव चौधरी, कांग्रेस नेता मुकर्रम अंसारी, ठाकुर अर्जुन सिंह चौहान आदि समर्थकों के साथ थाने पहुंची और स्वामी यतीश्वरानंद के दबाव में किशोर को हिरासत में लेने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठ गई।
विधायक अनुपमा रावत ने कहा कि जबसे स्वामी यतीश्वरानंद चुनाव हारे हैं, तबसे पुलिस लगातार कांग्रेसियों का उत्पीड़न कर रही है। विधायक ने आरोप लगाया कि एसओ श्यामपुर अनिल चौहान भाजपा के हाथों में खेल रहे हैं। इस बीच ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर भी पहुंचे गए और कांग्रेसियों के उत्पीड़न पर आंदोलन की चेतावनी दी। सीओ सिटी शेखर सुयाल ने आश्वासन दिया कि भविष्य में इस प्रकार के घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी और निष्पक्ष जांच की जाएगी। इसके बाद धरना समाप्त हुआ। इस अवसर पर कांग्रेसी मुरली मनोहर, अजय चौधरी, श्रुति लखेड़ा, तेग सिंह पोखरियाल, जय प्रकाश, विक्रम खरोला, अर्जुन कश्यप, नीरज कश्यप, संतोष सेमवाल, अमन गर्ग, रविश भटीजा, दीपक मेहरा आदि शामिल रहे।
थाने में विधायक अनुपमा रावत के धरने के बाद भाजपा कार्यकत्र्ता भी मौके पर पहुंचे और जय श्रीराम के नारे लगाते हुए कांग्रेसी कार्यकत्र्ताओं को वापस भेजने की जिद पर अड़ गए। भाजपा कार्यकत्र्ताओं ने भी हंगामा किया। एसओ श्यामपुर अनिल चौहान ने भाजपा कार्यकत्र्ताओं को समझाकर हंगामा शांत कराया।
होली के दिन लालढांग में अलग-अलग समुदाय से जुड़े दो गुटों के बीच मारपीट हो गई थी। इसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ क्रास मुकदमा दर्ज कर लिया था। बताया जा रहा है कि पुलिस ने लालढांग प्रकरण में भी एक व्यक्ति को हिरासत में लिया हुआ है, इसलिए भी कांग्रेसी नाराज थे।