उत्तराखंड समाचारक्राइम

सामूहिक दुष्कर्म का खुलासा पांच आरोपी गिरफ्तार

खड़ी रोडवेज बस में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म

देहरादून, 18 अगस्त। आईएसबीटी में खड़ी रोडवेज बस में किशोरी के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जनपद देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह का कहना हैं कि बस के कर्मचारी किशोरी को दिल्ली से देहरादून लेकर आये थे। इसी बस में पांच लाेगों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। आरोपी दो बस ड्राइवर, एक कंडक्टर, एक कैशियर और एक सफाई कर्मचरी को गिरफ्तार किया गया है।  पुलिस ने उत्तराखंड से अनुबंधित बस को भी बरामद कर कब्जे में ले लिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आईएसबीटी पर एक किशोरी 13 अगस्त की शाम को बदहवास हालत में मिली थी। सहमी किशोरी ने मौके पर कुछ नहीं बताया। इसके बाद उसकी काउंसलिंग कराई गई, तो घटना का खुलासा हुआ। काउंसलिंग में पता चला कि किशोरी के साथ बस में सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। किशोरी पंजाब की रहने वाली है। वह उस समय पंजाब से दिल्ली फिर मुरादाबाद और फिर देहरादून पहुंची थी। पटेलनगर इंस्पेक्टर केके लुंठी ने बताया कि मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। 17 अगस्त को प्रतिभा जोशी सदस्य बाल कल्याण समिति देहरादून द्वारा थाना पटेल नगर पर लिखित तहरीर दी गई की चाइल्ड लाइन की टीम द्वारा 12-13 अगस्त की देर रात्रि में आईएसबीटी से पंजाब निवासी एक नाबालिक युवती को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति देहरादून के समक्ष पेश किया गया था, जिसे उनके द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से राजकीय बालिका निकेतन में रखा गया था। बालिका की काउंसलिंग के दौरान उसके द्वारा बताया गया कि उसके साथ 12 अगस्त की रात्रि में आईएसबीटी बस अड्डे में अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा दुष्कर्म किया गया। बाल कल्याण समिति द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर तत्काल थाना पटेल नगर पर मुकदमा अपराध सख्या 517/24 धारा 70(2) बीएनएस तथा 5(g)/6 पॉक्सो अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। उक्त पंजीकृत अभियोग के अनावरण हेतु तत्काल एसएसपी देहरादून द्वारा विशेष पुलिस बल का गठन कर स्वंय पीड़ित नाबालिक बालिका से मिलकर उससे घटना की जानकारी ली गई। साथ ही तत्काल अन्य संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर घटना में संयुक्त रूप तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश पुलिस टीम को दिये गये व एसएसपी देहरादून द्वारा स्वंय घटनास्थल का निरीक्षण कर फॉरेंसिक टीम की सहायता से साइंटिफिक तरीके से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही कराते हुए पुलिस टीम को लगातार ब्रीफ किया गया एंव एसएसपी देहरादून द्वारा उक्त घटना की स्वयं क्लोज मॉनिटरिंग की जा रही है। घटना की प्रारम्भिक विवेचना में पुलिस को जानकारी मिली कि उक्त नाबालिक बालिका 12-13 अगस्त की देर रात्रि में आईएसबीटी में प्लेटफार्म न. -12 की बेंच में बैठी थी, जिसकी सूचना गार्ड द्वारा आईएसबीटी में चाइल्ड लाइन डैस्क को दी गई, जिनके द्वारा मौके पर आकर उस नाबालिक बालिका से जानकारी की गई तो वह मौके पर सामान्य प्रतीत हो रही थी, पर अपने बारे में ज्यादा जानकारी नही दे पा रही थी, उसके द्वारा चाइल्ड लाइन को बताया गया कि उसके मॉ-बाप नही है, चूंकि मौके पर बालिका सामन्य लग रही थी तथा उसमें कोई घबराहट नही थी और न ही उसके द्वारा घटना के सम्बंध में कोई जानकारी चाइल्ड लाइन को दी गई थी, तो मौके पर किसी प्रकार का सदेंह न होने पर चाइल्ड लाइन द्वारा नाबालिक बालिका को बाल कल्याण गृह भेजा गया, चूंकि नाबालिक बालिका सामान्य अवस्था में थी, तो बाल कल्याण गृह द्वारा उसका सामान्य मेडिकल करवाकर उसकी कांउसलिंग की गई। सीडब्लूसी द्वारा नाबालिक बालिका की प्रारम्भिक काउंसलिंग में भी नाबालिक बालिका द्वारा अपने मॉ-बाप के न होने की जानकारी दी गई थी तथा बताया गया कि वह मुरादाबाद की रहने वाली है और मुरादाबाद से वह पहले दिल्ली गई थी तथा दिल्ली कश्मीरी गेट से वह बस के माध्यम से देहरादून आयी थी, जहां उसके साथ कुछ लोगो द्वारा जबरदस्ती की गई, चूंकि काउसलिंग के दौरान नाबालिक बालिका मानसिक रूप से स्वस्थ प्रतीत नही हो रही थी तथा बार-बार अपने बयान बदलकर खुद को कभी मुरादाबाद व कभी पंजाब की रहने वाली बता रही थी, जिस पर काउंसलिंग टीम द्वारा उक्त नाबालिक बालिका से लगातार पूछताछ की गई, तो नाबालिक बालिका के साथ उक्त घटना का होना प्रकाश में आया, जिस पर तत्काल सीडब्लूसी द्वारा थाना पटेलनगर पर घटना के सम्बंध में तहरीर देकर पुलिस को सूचित किया गया, जिस पर अभियोग पंजीकृत करते हुए एसएसपी देहरादून द्वारा घटना के अनावरण हेतु तत्काल स्पेशल टीम का गठन किया गया, पुलिस टीम द्वारा नाबालिक बालिका की काउंसलिंग करते हुए उससे गहनता से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा पुलिस को भी अपने मॉ-बाप के न होने की जानकारी दी गई तथा बार-बार अपने बयानो को बदला गया, पुलिस द्वारा पीडिता से तसल्लीपूर्वक पूछताछ व पुलिस के प्रयासो से पीडिता के परिजनो की जानकारी पुलिस को प्राप्त हुई व ज्ञात हुआ कि पीडिता के मॉ-बाप जिन्दा है व परिजनो से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा नाबालिक बालिका के पूर्व में भी कई बार अपने घर से बिना बताये चले जाने की जानकारी दी गई तथा हर बार विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सूचना पर पीडिता को घर वापस लाना बताया गया। अभियोग की विवेचना के दौरान 12-13 अगस्त की रात्री में उक्त नाबालिक बालिका के साथ दिल्ली से देहरादून आई बस में दुष्कर्म किया जाना प्रकाश में आया, जिस पर पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करते हुए घटना में प्रयुक्त बस के सम्बंध जानकारी करते हुए उसे कब्जे मे लिया गया तथा घटना में शामिल सभी 05 संदिग्धों को पूछताछ हेतु हिरासत में लिया गया है। कब्जे में ली गई बस से फॉरसिक टीम द्वारा आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है। घटना की गहनता से विवेचना प्रचलित है।

हिरासत में लिए गए व्यक्तियों का विवरण :-

1) धर्मेंद्र कुमार पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, उम्र 32 वर्ष ( चालक बस संख्या – UK 07 PA 5299)

(2) देवेंद्र पुत्र फूलचंद निवासी चूडियाला, भगवानपुर, हरिद्वार उम्र 52 वर्ष ( परिचालक बस संख्या – UK 07 PA 5299)

(3) रवि कुमार पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना – नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, उम्र 34 वर्ष (चालक अन्य बस)

(4) राजपाल पुत्र स्व0 किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार, उम्र 57 वर्ष (चालक अन्य बस)

(5) राजेश कुमार सोनकर पुत्र स्व0 लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, उम्र 38 वर्ष (कैशियर रोडवेज)

 

 

 

 

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