इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के टॉप 10 कीर्तिमान
नाना पाटेकर की डायलॉग डिलीवरी का अनोखा अंदाज भला किसे याद नहीं होगा।
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के टॉप 10 कीर्तिमानदेहरादून। लगभग 33 साल पहले रिलीज हुई, फ़िल्म ‘परिंदा’ एक सामान्य बजट की फ़िल्म थी। और रिलीज के पूर्व इसके इतनी बड़ी क़ामयाबी की उम्मीद भी नहीं थी। आर डी बर्मन के संगीत से सजी इस फ़िल्म की कहानी, एडिटिंग और एक्टर्स की परफॉर्मेंस ही नहीं बल्कि संगीत भी लाजवाब था। आशा भोसले और सुरेश वाडेकर की आवाज में गाया गया गाना ‘तुमसे मिल के, ऐसा लगा तुमसे मिल के …’ गाने को लोग आज भी गुनगुनाते हैं। विधु विनोद चोपड़ा के निर्देशन में बनी इस फ़िल्म को 37वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार में 2 अवॉर्ड मिले थे। फ़िल्म ‘परिंदा’ में यूं तो माधुरी दीक्षित, अनिल कपूर और जैकी श्रॉफ जैसे सितारे थे। लेकिन अपनी बेस्ट परफॉर्मेंस के लिए नाना पाटेकर को सर्वश्रेष्ठ को-एक्टर का अवॉर्ड मिला था। इतना ही नहीं इस फ़िल्म की बेस्ट एडिटिंग के लिए रेनू सलूजा को अवॉर्ड मिला, और इस फ़िल्म ने फिल्मफेयर में 5 अवॉर्ड अपने नाम किए। इस फ़िल्म की मेकिंग ही जबरदस्त नहीं रही, बल्कि फ़िल्म के कलाकारों के लिए भी ये एक यादगार फ़िल्म रही। नाना पाटेकर की डायलॉग डिलीवरी का अनोखा अंदाज भला किसे याद नहीं होगा। परिंदा में नाना की कमाल की एक्टिंग का ही कमाल था कि उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड मिला। साथ ही अनिल, जैकी व माधुरी की भी ये बेस्ट फ़िल्म रही।