पिता के हाथों काल का ग्रास बन गई दो मासूम बच्ची
गला दबाकर की दो बेटियों की हत्या, आरोपी की गिरफ्तारी को बिहार गई पुलिस टीमें
देहरादून। राजधानी देहरादून के डोईवाला क्षेत्र के अंतर्गत केशव बस्ती में एक सनसनीखेज घटना ने पूरी घाटी को झंझोर कर रख दिया है। मामला दो मासूम बच्चियों की हत्या से जुड़ा हुआ है, जो अपने ही पिता के हाथों काल का ग्रास बन गई। मिली जानकारी के अनुसार यहां एक पिता ने अपने ही दो मासूम बेटियों की गला घोंटकर बेरहमी से हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद जितेंद्र साहनी नाम का व्यक्ति मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर डेढ़ साल की मृतक अनुसूया और तीन साल की आंचल का शव कब्ज़े लेकर आगे की कार्यवाही की। पुलिस के मुताबिक अपने दो मासूम बच्चियों की हत्या कर फ़रार वाला अभियुक्त जितेंद्र साहनी मूल रूप से बिहार का रहने वाला है। हत्या के इस प्रकरण में डोईवाला पुलिस द्वारा धारा 302 तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश तेज कर दी गई है। पुलिस के मुताबिक इस मामले की सूचना मृतक बच्चियों की नानी ने पुलिस को दी। बताया जा रहा है कि रोजाना की तरह पड़ोस में रहने वाली उनकी नानी बच्चियों को रात में देखने आती थी। शाम जब वह मासूम बच्चों को उनके कमरे में गई तो बच्चों की हालत देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस के अनुसार मृतक बच्चों का पिता एवं हत्या कूड़ा बीनने का काम करने वाला जितेंद्र बिहार भाग गया है और उसकी तलाश के लिए अलग-अलग पुलिस टीमें बिहार के ही साथ अन्य स्थानों पर दबिशें दे रही है। जितेंद्र की पहली पत्नी लगभग 1 साल पहले उसे व दोनों बच्चियों को छोड़कर चली गई थी। इस दौरान जितेंद्र अपनी मां और दोनों बच्चों के साथ केशव बस्ती में रह रहा था।
घटना के वक्त घर में कोई मौजूद नहीं था। रात करीब साढ़े आठ बजे बच्चियों की नानी घर पहुंचीं तो दरवाजा बाहर से बंद था। खोलकर देखा तो अंदर दोनों बहनें अचेत पड़ी थीं। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उनके गले पर निशान भी मिले हैं। पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। उसके बिहार भागने की आशंका जताई जा रही है। घटना डोईवाला कोतवाली क्षेत्र की केशवपुरी बस्ती की है। कोतवाली प्रभारी राजेश साह ने बताया, रात करीब साढ़े आठ बजे पुलिस को सूचना मिली कि वहां एक घर में दो बच्चियां मृत मिली हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की और शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया। कोतवाल ने बताया, बच्चियों की पहचान आंचल (साढ़े तीन साल) और अनुषा (डेढ़ साल) पुत्री जितेंद्र साहनी निवासी दरभंगा बिहार के रूप में हुई है। जितेंद्र यहां कबाड़ बीनने का काम करता है। इन दिनों वह दोनों बेटियों और मां दुर्गा देवी के साथ यहां रह रहा था, जबकि उसकी पत्नी रीना झगड़े के कारण घर छोड़कर कहीं चली गई है। जितेंद्र और उसकी मां शुक्रवार को भी काम पर गए थे। रात को जब आरोपी की मां दुर्गा देवी घर वापस आईं तो अंदर का नजारा देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पुलिस के अनुसार, बच्चियों के गले पर निशान पाए गए हैं। प्रथमदृष्टया आशंका जताई जा रही है कि गला दबाकर उनकी हत्या की गई है।
उधर, पड़ोस में रहने वाली बच्चियों की नानी आशु देवी ने पुलिस को तहरीर देकर आरोप लगाया कि बेटा नहीं होने के कारण जितेंद्र और उसकी मां उनकी बेटी रीना को आए दिन ताना मारते थे और मारपीट भी करते थे। इससे तंग आकर वह कुछ महीने पहले मायके चली गई थी। वहां से लौटकर आई फिर भी ससुराल वालों का यही रवैया रहा। आखिरकार तंग आकर दो महीने पहले वह घर छोड़कर हैदराबाद चली गई। आरोप है कि शुक्रवार को जितेंद्र ने दोनों बेटियों की हत्या कर दी और फरार हो गया। कोतवाल का कहना है कि मामले में जितेंद्र के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आशु देवी ने आरोप लगाया कि जितेंद्र अक्सर गुस्से में रहता था। कहता था, बच्चियों के कारण उसकी दूसरी शादी नहीं हो पा रही है। वह उन्हें अक्सर मारने की धमकी भी देता था। कहता था कि रीना नहीं आई तो बच्चियों को नहीं छोड़ूंगा। आए दिन वह अपनी ससुराल पहुंच जाता था और बेटा नहीं होने को लेकर पत्नी से झगड़ा करता था।