बजरंग दल के द्वारा कांग्रेस मुख्यालय का घेराव करने का प्रयास
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने की बजरंग दल की निंदा
देहरादून। आज उत्तराखंड कांग्रेस मुख्यालय में बजरंग दल के हुड़दंगियों के द्वारा बवाल किए जाने पर उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। महारा ने कहा कि लोकतंत्र में बहुदलीय प्रणाली होती है, उनकी विचारधाराओं में मतभेद होना बहुत स्वाभाविक है परंतु जिस तरह सोशल मीडिया पर उत्तेजनात्मक और भड़काऊ पोस्ट बजरंग दल के द्वारा कांग्रेस पार्टी के लिए डाली जा रही हैं व कतई बर्दाश्त नहीं की जा सकती। महारा ने कहा की आज के प्रकरण जिसमें बजरंग दल के लोगों ने उत्तराखंड के कांग्रेस मुख्यालय का घेराव करने का प्रयास किया और नारेबाजी की उसकी जितनी निंदा की जाए उतना कम है। महारा ने कहा कि हमारी लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष या दल विशेष से नहीं है, हमारी लड़ाई तो विचारधाराओं की लड़ाई है। कांग्रेस पार्टी 137 साल पुरानी पार्टी है उसका एक गौरवशाली इतिहास रहा है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के घटक दल होने के नाते बजरंग दल यदि कांग्रेस के अस्तित्व को समाप्त करने या उसे नेस्तनाबूद करने की बात कर रहा है तो यह उसका बचकाना पन है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की आज जो कृत्य बजरंगदल ने किया है उसके लिए भारतीय जनता पार्टी को माफी मांगनी चाहिए। महारा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का धन्यवाद और आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में उकसाए जाने के बावजूद कांग्रेस के कर्मठ सिपाहियों ने जिस गंभीरता और परिपक्वता का परिचय दिया है उसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। महारा ने कहा कि उन्हें अपने पार्टी के निष्ठावान समर्पित कार्यकर्ताओं पर गर्व है जिन्होंने ना सिर्फ पार्टी कार्यालय की गरिमा और मर्यादा को बरकरार रखा बल्कि ऐसे कठिन समय में भी संयम का परिचय दिया। महारा ने कार्यकर्ताओं को संदेश देते हुए कहा कि हम महात्मा गांधी की विचारधारा की पार्टी है हमें बापू के दिखाए हुए रास्ते पर चलना है। सत्य और अहिंसा के लिए हमेशा तत्परता के साथ संघर्ष करना है। महारा ने यह भी कहा की यह शर्मसार करने वाला प्रकरण धामी सरकार का फेरियर ही रहा। उनका सूचना तंत्र और पुलिस प्रशासन इस नोकझोंक को रोक सकता था परंतु ऐसा करने में वह पूरी तरह से असमर्थ रहे और उत्तराखंड देव भूमि जोकि एक शांतिप्रिय प्रदेश है सीधे साधे और भोले भाले लोगों के प्रदेश के रूप में जाना जाता है वहां पहली बार इस तरह का सत्ता का दुरुपयोग और नंगा नाच अपने आप में उत्तराखंड की छवि को ही धूल धूमिल करने वाला है। म्हारा ने कहा कि बजरंग दल ने जो आज नींव डाली है वह आने वाले समय के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकती है। बजरंग दल का उत्पात उत्तराखंड के सौहार्द को बिगाड़ने वाला कृत्य था। म्हारा ने कहा कि जब-जब समाज को जरूरत पड़ती है तो बजरंग दल के सदस्य गायब हो जाते हैं। बताएं बजरंग दल अंकिता हत्याकांड में कहां थे? किरण नेगी को न्याय दिलाने के लिए क्या किया? सल्ट के जगदीश हत्याकांड में क्या भूमिका रही? युवाओं पर लाठी चार्ज हो रहा था भर्ती परीक्षाओं में घोटाले और भ्रष्टाचार हो रहा था कहां गायब रहा बजरंग दल? ओल्ड पेंशन स्कीम के लिए बुजुर्ग सड़कों पर उतरे क्या बजरंग दल का एक भी सदस्य उन बुजुर्गों की लाठी बना? घाट में महिलाओं पर लाठियां भांजी गई पानी की बौछारें छोड़ी गई कहां था बजरंग दल?जब बजरंग दल समाज के काम नहीं आता तो ऐसे में स्वयं को बजरंगबली के अनुयाई के रूप में प्रचारित प्रसारित करके लोगों की आंखों में धूल झोंकना बंद करें महारा ने कहा कि धामी सरकार यह सुनिश्चित करें इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व और राष्ट्रीय नेतृत्व ने इस पूरे घटनाक्रम को बहुत गंभीरता से लिया है और बजरंग दल के इस कुकृत्य की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है।