वृद्ध महिला के ब्लाइंड मर्डर केस का पुलिस ने किया खुलासा,
घटना में संलिप्त अभियुक्त को पुलिस ने किया गिरफ्तार
देहरादून। प्रेमनगर क्षेत्र में वृद्ध महिला के ब्लाइंड मर्डर केस का पुलिस ने खुलासा करते हुये घटना में संलिप्त अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 12 अप्रैल को समय करीब 18.55 बजे थाना प्रेमनगर पुलिस को सूचना मिली कि विंग नं. 01 क्षेत्र में एक महिला अपने घर में मृत अवस्था में पडी है, उक्त सूचना से उच्चाधिकारीगणों को अवगत कराते हुए थानाध्यक्ष प्रेमनगर पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। मौके पर एक महिला मंजीत कौर पत्नी दलजीत सिंह निवासी विंग न01 बैरक न.11/10 प्रेमनगर अपने कमरे में फर्श पर मृत अवस्था में पडी थी। मृतका के शव का निरीक्षण करने पर किसी धारदार हथियार से मृतका का गला रेतकर उसकी हत्या किया जाना प्रकाश में आया। घटना की गम्भीरता के दृष्टिगत पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा पुलिस अधीक्षक अपराध, पुलिस अधीक्षक नगर एवं क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर घटना के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुए घटना के अनावरण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये । मौके पर आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही हेतु एफएसएल एवं फील्ड यूनिट की टीम को घटना स्थल पर बुलाया गया, साथ ही घटना की सूचना महिला के परिजनों को दी गयी, घटना के सम्बन्ध में मृतका की पुत्री इन्द्रप्रीत कौर द्वारा दी गयी तहरीर पर थाना प्रेमनगर में मुकदमा अपराध सख्या 70/23 धारा 302 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी। घटना के अनावरण तथा उसमें सलिंप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस अधीक्षक अपराध तथा पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन तथा क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर के पर्यवेक्षण में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया. अभियोग की विवेचना के दौरान प्रकाश में आया कि मृतक महिला की उम्र 77 वर्ष थी तथा वह थ्त्प् से 2006 में सेवानिवृत्त हुयी थी। महिला तलाकशुदा थी , जिसका तलाक 1977 में हुआ था तथा महिला की दो पुत्रियां जिनका नाम 1- जसविंदर कौर व इन्द्रप्रीत कौर जो दिल्ली व फरीदाबाद में निवासरत हैं और वहीं पर अपना व्यव़साय करते हैं। मृतक महिला के कमरे से प्राप्त दस्तावेजों से मृतक महिला का बैंक/ निजी व्यक्तियों से ब्याज पर पैसे देने का व्यवसाय प्रकाश में आया है तथा महिला के बैंको में प्रचलित खातों में लाखों रुपयों की धनराशि का आहरण वितरण भी होना पाया गया । इन सभी बिन्दुओं को चिन्हित कर विवेचना प्रारम्भ की गयी ।
पुलिस टीम ने घटनास्थल से आने जाने वाले समस्त रास्तों के लगभग 350 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज संकलित कर उनका विश्लेषण किया गया। प्रेमनगर में आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों की सतर्क निगरानी हेतु पुलिस टीम गठित कर सुरागरसी /पतारसी के माध्यम से संदिग्धों से पूछताछ की गयी। मृतक महिला के परिचित/ परिजनों से मृतका के व्यसाय, आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त कर लाभप्रद सूचनाय़ें एकत्रित की गयी। विवेचना में आये साक्ष्यों के आधार पर अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक अपराध / पुलिस अधीक्षक नगर के निकट पर्यवेक्षण में पुलिस टीम बनाकर दिल्ली, उ0प्र0 तथा उत्तराखण्ड के अन्य जनपदों में भी भेजी गयी। जिससे कई लाभप्रद सूचनाएं प्राप्त हुयी। महिला के सभी खातों की बैंक डिटेल प्राप्त कर सभी खातों का विश्लेषण किया गया। परिणाम स्वरुप घटना के अनावरण हेतु प्रयासरत टीम को सीसीटीवी कैमरो के अवलोकन से एक संदिग्ध व्यक्ति मृतका के घर की ओर जाता हुआ दिखाई दिया, जिस पर प्रभावी सुरागरसी-पतारसी कर उक्त संदिग्ध व्यक्ति के सम्बन्ध मे जानकारियां एकत्रित की गयी तथा घटना में संलिप्त अभियुक्त पंकज शर्मा उर्फ बंटी पुत्र स्व. रमेश चन्द्र शर्मा निवासी 49 ए जनरल विंग प्रेमनगर को दशहरा ग्राउण्ड के पास से गिरफ्तार किया गया। जिसकी निशानदेही पर घटना के समय अभियुक्त द्वारा पहने गये रक्त रंजित वस्त्र प्रयोग में लाया गया पानी का गिलास तथा कमरे का रक्त रंजित पर्दा बरामद किया गया।
अभियुक्त पंकज शर्मा द्वारा बताया गया कि उसने वर्ष 2010 में मोहल्ले में ही परचून की दुकान खोली थी जो कि कुछ खास नहीं चलती थी तथा कोरोना काल में दुकान पूर्ण रूप से बंद हो गयी थी, तथा आय का साधन खत्म हो गया था। उसके पास अपने पुत्र की स्कूल की फीस जमा करने के पैसे भी नहीं थे, उसे पैसों की सख्त जरूरत थी, जिस कारण उसने 2022 में बन्धन बैंक से 80000 रू0 का लोन लिया, जिसमें उसके पडोस मे रहने वाली महिला सीमा लाम्बा द्वारा उसकी मदद करते हुए 10000 रू0 चुकाये थे। सीमा उसकी लोन पार्टनर भी थी, हम दोनो के द्वारा बन्धन बैंक के अलावा यूनियन बैंक से भी लोन उठाया गया था, इसके अतिरिक्त अन्य जगहों से लिये गये कर्ज की किस्तें भी उसके द्वारा चुकाई जा रही थी। उसके द्वारा कुछ पैसा सीमा से भी उधार लिया गया था। सीमा को वृंदावन जाना था, इसलिये वह लगातार मुझसे अपना पैसा वापस मांग रही थी। जिस पर वह घटना के दिन सुबह लगभग 09ः30 बजे मंजीत कौर के पास पैसा उधार मांगने गया पर उसने उसे पैसा उधार देने से साफ इंकार कर दिया। उसके पश्चात टेंशन में उसने दोपहर मे शराब पी तथा शाम को करीब 06ः30 से 07ः00 बजे के बीच दोबारा मंजीत कौर के घर पैसा मांगने गया। उस समय मंजीत कौर अपने घर में सब्जी काट रही थी, उसके द्वारा पुन: पैसा मांगने पर उन्होने पैसा देने से इंकार कर दिया। जिस पर उसने टेबल पर पडे सब्जी काटने वाले चाकू से उनके गले पर वार कर दिया, जिससे वह मुहं के बल नीचे गिर गयी और उसकी मृत्यू हो गयी। जिसे देख के उसे पसीना आने लगा उसने मंजीत कौर की रसोई में जाकर कांच के गिलास में पानी पिया और उनके घर से चुपचाप निकल कर अपने घर आ गया। अपने घर पर उसने घटना के समय पहने महरुम कलर की टी-शर्ट, ग्रे कलर की पेंट जींस को छत पर जाने वाली सीढीयों के नीचे छुपा दिया व चुपचाप सामान्य तरीके से रहने लगा।
घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को पुलिस उपमहानिरीक्षक/ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा 15000/- के पुरस्कार तथा पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र महोदय द्वारा 30000/- के पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।