बदरीनाथ धाम जाने वाले हाईवे पर अब जीरो बैंड के पास आईं दरारें
बदरीनाथ हाईवे पर जनवरी माह में कई जगह पर दरारें आई थीं जिनको बीआरओ ने डामरीकरण और सीमेंट से भर दिया था
चमोली। जोशीमठ नगर में भू-धंसाव का सिलसिला अभी थमा नहीं है। बृहस्पतिवार को जहां सिंहधार के पास बदरीनाथ हाईवे पर दरारें आई थीं अब शुक्रवार को रविग्राम वार्ड में जीरो बैंड के पास हाईवे पर दरारें दिखने लगी हैं। यहां पर हाईवे हल्का धंस भी गया है। यह हाईवे बदरीनाथ धाम जाने का मुख्य मार्ग है। साथ ही हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी जाने के लिए भी इसी का उपयोग किया जाता है। ऐसे में यदि दरारें बढ़ती हैं तो प्रशासन के सामने यात्रा के दौरान नई चुनौती खड़ी हो सकती है। बदरीनाथ हाईवे पर जनवरी माह में कई जगह पर दरारें आई थीं जिनको बीआरओ ने डामरीकरण और सीमेंट से भर दिया था जिसमें मारवाड़ी में जेपी कंपनी के पास, रेलवे गेस्ट हाउस के पास, जल संस्थान के पास, बीआरओ कार्यालय के पास सहित करीब सात से आठ जगह पर दरारों को पाटा गया है। अब हाईवे पर फिर दरार दिख रही हैं।इन दिनों चारधाम यात्रा को लेकर भी तैयारी चल रही है जिसके चलते बदरीनाथ हाईवे को चकाचक करने का काम किया जा रहा है। ऐसे में यह नई दरारें बीआरओ के साथ प्रशासन के लिए भी नई मुसीबत खड़ी कर सकती हैं। यात्रा के साथ सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस हाईवे पर दरारों का फिर से दिखना चिंता का विषय है। वहीं, जोशीमठ में दरारों के आए दिन नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। अब नया मामला रविग्राम वार्ड के गौरंग गांव का है। यहां खेतों में गहरी दरारें पड़ी हुई हैं। शुक्रवार को खेत में काम करने गए ग्रामीणों ने जब खेतों में दरारें देखीं तो वह दंग रह गए। रविग्राम वार्ड के गोरंग गांव भी भू-धंसाव से काफी प्रभावित हुआ है। यहां कुछ मकानों में पहले ही दरारें आने पर प्रशासन ने लाल निशान लगाए हैं लेकिन अब लोगों को खेतों में भी दरारें दिख रही हैं। गांव के रहने वाले अशोक सकलानी का कहना है कि वे शुक्रवार को खेतों में काम करने के लिए गए लेकिन यहां खेतों में गहरी और चौड़ी दरारें देखकर वह अचंभित रह गए।