समाजसेवी भारद्वाज ने दशमेश एकेडमी को दिया कम्प्यूटर एवं बाँटे स्वेटर
महासचिव स. गुलज़ार सिंह ने कहा कि एकेडमी आरम्भ हुए 22 वर्ष हो गए हैँ
देहरादून 08 फरवरी। भारत विकास परिषद -देहरादून ग्रेटर शाखा के सरक्षक विकास रत्न, समाजसेवी एडी भारद्वाज ने गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा अधीनस्थ चल रहे रीठा मंडी स्थित दशमेश एकेडमी को कम्प्यूटर एवं निर्धन छात्र – छात्राओं को 80 स्कूल यूनिफार्म के स्वेटर बाँटे. कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. एकेडमी के छात्र – छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी, देश भक्ति का गीत “देश मेरा रंगीला ” एकता में बल है पर आधारित नाटक ” एक बुढ़िया ने बोया दाना “एवं पंजाब का मशहूर गिद्धा ” मेहंदी मेहंदी मेहंदी गिद्दे विच नचदी “ने सभी को झूमने के लिए मजबूर कर दिया, मुख्यातिथि भारद्वाज जी ने बच्चों को प्रस्तुति के लिए इनाम भी दिया. महासचिव स. गुलज़ार सिंह ने कहा कि एकेडमी आरम्भ हुए 22 वर्ष हो गए हैँ एवं मानस की जात सभे ऐको पहचानवो के आधार पर सभी धर्मों को शिक्षा प्रदान की जा रही है वह भी कम फीस में बच्चे उत्तम शिक्षा प्राप्त कर रहे हैँ. भारत विकास परिषद के अध्यक्ष कृष्ण कुमार अरोरा ने स्कूल कमेटी का धन्यवाद करते हुए विश्वास दिलाया कि भविष्य में भी परिषद स्कूल का सहयोग करती रहेगी. एकेडमी के अध्यक्ष गुरबक्श सिंह राजन ने भारत विकास परिषद के सेवा कार्यों की दिल खोल कर प्रशंसा की. स. देविंदर सिंह भसीन ने मंच का संचालन करते हुए आये हुए अतिथियों का कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए धन्यवाद कियाl श्री भसीन जहाँ दशमेष एकेडेमी को स्थपित करने और अधिक से अधिक जरूरमंद बच्चों तक का श्रेय स्वर्गीय राजिंदर सिंह राजन को जाता है लेकिन स्कूल को इस मुकाम तक पहुंचाने की सरदार सेवा सिंह मठारू जी की अथक मेहनत है वह अस्वस्थ होने के कारण नही आ सके। उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए प्रबधंक कमेटी ने उन्हें शाल देकर सम्मानित किया तथा उनकी अनुपस्थिति में प्रधानाचार्य श्रीमती इंदु प्रधान ने प्राप्त की। इस अवसर पर एकेडमी के अध्यक्ष स. गुरबक्श सिंह राजन, महासचिव गुलज़ार सिंह, उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह, सतनाम सिंह, देविंदर सिंह भसीन, गुरप्रीत सिंह जॉली, परिषद के अध्यक्ष कृष्ण कुमार अरोरा, सचिव शैलेन्द्र गुप्ता, डॉ एस के गोविल, पवन गुप्ता, संदीप सोती, अनीता गुप्ता, कविता सोती, एकेडमी की प्रधानाचार्य इंदु प्रधान, परमिंदर कौर, सुरजीत कौर, अवनीत कौर, जसमीत कौर, बलजीत कौर, शिल्पी शर्मा, रीता पराशर, नीलम, कु. असमा, कु. शबनूर, रणवीर कौर, अमृत कौर एवं कुलदीप कौर आदि उपस्थित थे।