पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण एवं मानवाधिकार आयोग सेवानिवृत्त
पुलिस महानिदेशक द्वारा पूरन सिंह रावत को एक प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया गया।
देहरादून। पूरन सिंह रावत पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण एवं मानवाधिकार आयोग आज अधिवर्षता आयु पूर्ण करने के उपरान्त सेवानिवृत्त हुए। इस अवसर पर पुलिस मुख्यालय में एक विदाई समारोह आयोजित किया गया। समारोह में अशोक कुमार पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड, अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी पीवीके प्रसाद, पुलिस महानिरीक्षक पी/एम श्रीमती विम्मी सचदेवा, सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। विदाई समारोह में वक्ताओं ने पूरन सिंह रावत द्वारा पुलिस विभाग में अपने सेवाकाल के दौरान किए गये कार्याे की सराहना की तथा अपेक्षा की गयी कि भविष्य में भी उत्तराखण्ड पुलिस को उनके अनुभवों का लाभ एवं मार्गदर्शन मिलता रहेगा। अन्त में पूरन सिंह रावत ने सभी अधिकारियों/कर्मचारियों का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सहयोग एवं कर्मठता के फलस्वरूप ही वह अपना सम्पूर्ण योगदान प्रदान करने में सफल हो सके। पुलिस महानिदेशक द्वारा पूरन सिंह रावत को एक प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया गया।
पूरन सिंह रावत वर्ष 1987 में प्रान्तीय पुलिस सेवा में चयनित होने के उपरान्त कानपुर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, देहरादून, नैनीताल, हरिद्वार जैसे अतिसंवेदनशील जनपदों में नियुक्त रहकर अपना अतुल्य योगदान दिया। आप वर्ष 2005 को भारतीय पुलिस सेवा में इंडक्शन हुये तथा भारत सरकार द्वारा आपको वर्ष 2000 बैच आवंटित किया गया। आप पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ के पद पर भी नियुक्त रहे। आप वर्ष 2014 में पुलिस उप महानिरीक्षक के पद पर पदोन्नति होने के उपरान्त कुमाऊँ परिक्षेत्र व प्रधानाचार्य पीटीसी के पद पर नियुक्त रहे तथा वर्ष 2018 में पुलिस महानिरीक्षक के पद पर पदोन्नत हुए। वर्तमान में आप पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण एवं मानवाधिकार आयोग के पद पर कार्यरत हैं। भारत सरकार द्वारा आपकी सराहनीय सेवा के लिए वर्ष 2011 में पुलिस पदक तथा उत्कृष्ट सेवा के लिए वर्ष 2019 में राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।