मेडिकल कालेज को शोध के लिए मिला पहला शव
कि नैनीताल जिले में मरने से पहले शव दान करने वाली महिला का शव अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को मिला है
अल्मोड़ा : सोबन सिंह जीना राजकीय आयुर्विज्ञान एवं शोध संस्थान मेडिकल कालेज में एमबीबीएस के विद्यार्थियों को शोध के लिए पहला शव मिल गया है। प्राचार्य प्रो. सीपी भैसोड़ा ने बताया कि नैनीताल जिले में मरने से पहले शव दान करने वाली महिला का शव अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को मिला है।मेडिकल कालेज में डाक्टरी की शिक्षा प्राप्त कर रहे एमबीबीएस प्रथम वर्ष के 99 छात्रों को शोध के लिए जरूरी संसाधनों की आवश्यकता रहती है। प्राचार्य ने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि तल्लीताल जिला नैनीताल निवासी लता साह (75) पुत्री स्व. बसंत लाल साह हृदय रोग से ग्रस्त थी। बीते दिनों उन्हें हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्होंने मृत्यु के बाद अपने शव को मेडिकल कालेज दान करने का मन बनाया। 30 जुलाई को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। मानकों के अनुसार उनका शव एसटीएच हल्द्वानी को दिया जाना था। लेकिन अल्मोड़ा कालेज ने एसटीएच प्रशासन से वार्ता की। काफी अनुरोध के बाद अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को शव मिल गया है। इसके लिए मृतक की बहन दीपा साह और भांजा स्पनिल साह ने भी अनापत्ति शपथ पत्र दिया।अल्मोड़ा मेडिकल कालेज को शोध के लिए पहला शव मिला है। मानकों के अनुसार 99 छात्रों वाले कालेज को दो शवों की जरूरत है। पहला शव मिलने से काफी हद तक छात्रों को शोध में सुविधा होगी। वहीं मेडिकल कालेज को एक और शव की जरूरत है। प्राचार्य प्रो. सीपी भैसोड़ा ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि लोग इस तरह शव दान करेंगे तो एमबीबीएस कर रहे छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी।