पुलिस कांस्टेबल सहित दो को किया गिरफ्तार, 36 लाख रुपये की नकदी बरामद
गनर अंब्रिश गोस्वामी और दीपक शर्मा से रात भर पूछताछ हुई, जिसके बाद एसटीएफ ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) का स्नातक स्तर की भर्ती का पेपर लीक करने के मामले में एसटीएफ ने एक एसपी स्तर के अधिकारी के गनर सहित दो को गिरफ्तार कर लिया है। गनर से 35 लाख 89 हजार रुपये कैश भी बरामद हुआ है। इसके अलावा कुछ अन्य संदिग्ध व्यक्तियों को एसटीएफ़ पूछताछ के लिए देहरादून लेकर आई है। गनर अंब्रिश गोस्वामी और दीपक शर्मा से रात भर पूछताछ हुई, जिसके बाद एसटीएफ ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ की मानें तो सितारगंज कोर्ट में तैनात मनोज जोशी ने अपने परिचित महेंद्र जोकि कोर्ट में ही तैनात है, को पेपर दिया था। इसके बाद महेंद्र ने यह पेपर आगे गनर को उपलब्ध करवाया। गनर ने अपनी पत्नी सहित चार को रुपये लेकर पेपर दिलवाया। पेपर लीक मामले में 1.20 करोड़ बरामद किया जा चुका है। इस मामले में एसटीएफ ने अब तक दीपक शर्मा और कांस्टेबल अंबरीष गोस्वामी के साथ ही 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, दर्जन भर लोगों से पूछताछ जारी है। पेपर लीक मामले में करीब एक सप्ताह के दौरान एसटीएफ 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें ज्यादातर लोग आयोग की आउटसोर्स कंपनी से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी हैं। इनमें से दो आरोपियों को पिछले दिनों पुलिस कस्टडी रिमांड में लिया गया था। इन्हें लेकर एसटीएफ लखनऊ और रामनगर गई थी।
एसटीएफ प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि जांच जारी है। संदिग्धों से पूछताछ कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। एसएसपी ने बताया कि पहले दिन से ही एसटीएफ की सर्विलांस टीम काम में जुटी हुई है। अब तक एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों को सर्विलांस पर लिया जा चुका है। इनसे कई सुराग भी मिले हैं। इनकी तस्दीक की जा रही है। आरोपियों ने अन्य लोगों से लगातार बात की है। किन-किन लोगों से पेपर बेचने के लिए संपर्क किया गया है, इस बारे में पता किया जा रहा है। पहाड़ के कुछ युवाओं से भी संपर्क की बात सामने आ रही है।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ की जांच सही दिशा में चल रही है।