रुड़की: लीज की संपत्ति के नवीनीकरण के लिए 25 लाख रुपये मांगने के मामले में वायरल आडियो का मिलान महापौर की आवाज से होने के बाद नगर निगम की राजनीति में एक बार फिर से भूचाल आ गया है। पार्षदों ने महापौर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इस्तीफे की मांग की है।
नगर निगम के महापौर गौरव गोयल का कथित आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद पार्षदों ने जमकर हंगामा किया था। महापौर ने इसे साजिश बताया था। साथ ही कहा था कि वह शहर के ऐसे कई व्यक्तियों को जानते हैं जो दूसरों की आवाज बखूबी निकालते हैं। इसके बाद यह मामला शांत हो गया था, लेकिन पुलिस की जांच लगातार जारी रही। पुलिस ने वायरल आडियो के मिलान के लिए महापौर गौरव गोयल की आवाज के सैंपल लेकर उसे जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला देहरादून भेजा था। अब रिपोर्ट में आवाज को मिलती-जुलती बताने पर पार्षद भड़क गए हैं। भाजपा के ही पार्षद नितिन त्यागी का कहना है कि महापौर गौरव गोयल ने कहा था कि यदि उनकी आवाज वायरल आडियो से मिलती है तो वह पद स्वयं ही छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि महापौर को नैतिकता के आधार पर अब पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। बोर्ड गठन के बाद से ही विवादों में महापौर: नगर निगम रुड़की के महापौर गौरव गोयल बोर्ड गठन के बाद से ही विवादों में हैं। नगर निगम बोर्ड की ऐसी कोई बैठक अभी तक नहीं हुई है, जिसमें पार्षदों ने महापौर की कार्यप्रणाली के खिलाफ हंगामा न किया हो। यही नहीं पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल ने भी उनकी कार्यप्रणाली पर आपत्ति जताते हुए शासन को शिकायत की थी। इसके अलावा फाइलों पर पूर्व तारीखों पर टिप्पणी के मामले में कर्मचारियों ने उनकी शिकायत की थी। शासन स्तर पर इन मामलों की जांच चल रही है।