उत्तराखंड समाचार

80 दुकानों के बाहर चला बुलडोजर, अतिक्रमण ध्वस्त

निगम के बुलडोजर ने रामपुर चुंगी स्थित नवीन मंडी स्थल से अतिक्रमण हटाना शुरू किया।

रुड़की: अतिक्रमण के खिलाफ चल रहा नगर निगम का अभियान गुरुवार को भी जारी रहा। अभियान के पांचवें चरण में निगम के साथ पुलिस के अलावा स्थानीय प्रशासन व लोक निर्माण विभाग की टीम भी अभियान में शामिल रही। निगम के बुलडोजर ने रामपुर चुंगी स्थित नवीन मंडी स्थल से अतिक्रमण हटाना शुरू किया। इस दौरान करीब 80 दुकानों के बाहर से अतिक्रमण ध्वस्त किया गया। अधिकारियों के सख्त रुख को देखते हुए किसी भी दुकानदार ने विरोध भी नहीं किया।

शहर में अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी है। नगर निगम बीटी गंज, मछली बाजार चौक से रामपुर मार्ग पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा चुका है। गुरुवार को नगर निगम के नगर आयुक्त एवं एएसडीएम विजयनाथ शुक्ला के निर्देश पर रामपुर चुंगी से मेन बाजार रोड पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। सहायक नगर आयुक्त एसपी गुप्ता पूरे दल-बल के साथ वहां पहुंचे। निगम के बुलडोजर ने नवीन सब्जी मंडी के गेट के अगल-बगल स्थित दुकानों से अतिक्रमण हटाना शुरू किया गया। बुलडोजर एक छोर से अतिक्रमण हटाता हुआ आगे बढ़ा। अधिकांश दुकानदारों ने नाले पर स्थायी कब्जा किया हुआ था। बुलडोजर ने अतिक्रमण ध्वस्त कर नाले से मलबा बाहर निकाला। नगर निगम के नायब तहसीलदार पीतम सिंह ने बताया कि मुख्य नाले पर दुकानदारों ने स्थायी अतिक्रमण किया हुआ था। गुरुवार को सपना पुलिया के पास तक अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान करीब 80 दुकानों से अतिक्रमण हटाया गया। अभियान के दौरान कर निरीक्षक रविद्र पंवार, कार्यालय अधीक्षक मोहम्मद कय्यूम, सफाई निरीक्षक मृदुल कुमार, विपिन शर्मा आदि मौजूद रहे।

पिछले दिनों अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान मच्छी बाजार के समीप नगर निगम टीम पर किए गए पथराव के बाद से नगर निगम व पुलिस-प्रशासन बेहद सख्त है। गुरुवार को जिस स्थान पर अभियान चलाया गया, वहां पर दुकानदारों ने 20 से 25 फीट तक अतिक्रमण किया हुआ था। किसी ने लोहे का जाल लगाया हुआ था तो किसी ने एंगल और दीवार की थी। नाले को दुकानदारों ने बंद किया हुआ था। माना जा रहा था कि अभियान के दौरान यहां स्थिति बिगड़ सकती है। इसके चलते नगर निगम और पुलिस-प्रशासन पूरी तैयारी के साथ यहां पहुंचा था। अधिकारियों के तेवर देखते हुए दुकानदारों ने अभियान का विरोध नहीं किया। यही नहीं कई दुकानदारों ने स्वयं ही अतिक्रमण हटाया।

 

 

 

 

 

 

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