दून अस्पताल के बाहर कर्मचारियों का धरना
पांच दिन में समायोजन नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
देहरादून। दून अस्पताल से हटाए गए कर्मचारियों ने मंत्री के वादे के अनुरूप पांच दिन में उनका समायोजन नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने पुलिस द्वारा सीएम आवास कूच के बाद उनके खिलाफ मुकदमे पर आक्रोश जताया और डीजीसी से इसे खारिज कराए जाने की मांग उठाई है। आज शुक्रवार को कर्मचारियों ने अस्पताल के बाहर धरना दिया। उन्होंने कहा कि कूच की अनुमति के लिए उन्होंने आवेदन किया और रिसीविंग भी ली। पुलिस भी उनके कूच में साथ थी। उन्हें परेड ग्राउंड में रोका जा सकता था। लेकिन पुलिस ने उनसे मारपीट और अभद्रता की, जिसकी वीडियो उनके पास है। अब मुकदमा दर्ज करना गलत है। बताया कि कर्मचारी संजय कोरंगा की चार पसलियों और कॉलर बोन में चोट लगी हैं। अभिषेक समेत एक गर्भवती और अन्य कई को चोटें आईं हैं। कहा कि उन्हें मीडिया के माध्यम से छह माह उनकी सेवा बढ़ाने की सूचना मिली है। पांच दिन में उनका समायोजन नहीं होने पर प्रदेश के कर्मचारी दून में जुटेंगे और उग्र आंदोलन करेंगे। बता दें कि प्रदेशभर के अस्पतालों से 2200 कर्मचारियों को हटा दिया गया था। जो बहाली के लिए आंदोलनरत है। कर्मचारियों की कमी से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।