रमजान के चलते बदला दरगाह के लंगर का मेन्यू
दरगाह का सारा ताना-बाना साबरी लंगर के इर्द गिर्द घूमता है।
कलियर: रमजान में रोजेदारों की सहूलियत के लिए दरगाह पिरान कलियर में रविवार से साबरी लंगर का मेन्यू बदलने के निर्देश दिए गए हैं। लंगर में रोजेदारों के लिए जहां भोजन वितरण की व्यवस्था होगी। वहीं बैठकर भोजन खिलाने का भी माकूल इंतजाम रहेगा।
दरगाह का सारा ताना-बाना साबरी लंगर के इर्द गिर्द घूमता है। इसलिए साल भर आस्थावान लोग कलियर में लंगर खाने आते हैं। दरगाह में साबरी लंगर लंबे समय से चला आ रहा है। लंगर के साथ आस्था का बड़ा जुड़ाव है। यहां आने वाला हर व्यक्ति साबरी लंगर को ग्रहण करना चाहता है। इसी परंपरा में साबरी लंगर में दोनों समय शुद्ध शाकाहारी भोजन तैयार किया जाता है ताकि किसी को परेशानी ना हो। रमजान में लंगर का महत्व और बढ़ जाता है। इसे देखते हुए वक्फ बोर्ड सीईओ डा. अहमद इकबाल ने दरगाह प्रबंधक शाफिक अहमद को लंगर का मेन्यू बदलने के निर्देश दिए हैं। इफ्तार के समय फ्रूट चाट के साथ खजूर और चना और सहरी में चपाती, दाल, सब्जी बनाने के निर्देश दिए हैं। लंगर इंचार्ज राव शारिक ने बताया कि रोजेदारों को लंगर से इफ्तार एवं सहरी में भरपूर भोजन दिया जाएगा। रमजान शुरू होने से एक दिन पहले दरगाह पिरान कलियर जायरीनों से पूरी तरह से खाली हो गई है। जियारत के लिए आए अधिकांश जायरीन यहां से वापस लौट गए हैं। अब करीब एक माह के बाद ही दरगाह पर रौनक बढ़ेगी। यहां पर देश ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी बड़ी संख्या में जायरीन जियारत करने के लिए आते हैं। अब रमजान शुरू हो गया है। इसके साथ ही कलियर में जायरीनों की आवाजाही पर विराम लग गया है। दरगाह मोअज्जम विशेष खादिम अब्दुल सलाम ने बताया कि रमजान में इबादत और नमाज की पाबंदी के चलते दरगाह में जायरीन कम हो गए हैं। अब तो ईद के बाद ही दरगाह में रौनक बढ़ेगी।