सरकार के इशारे पर हो रहा किसानों का उत्पीड़न
उत्तराखंड किसान मोर्चा की मासिक पंचायत में ऊर्जा निगम और गन्ना विभाग किसानों के निशाने पर रहा
रुड़की: उत्तराखंड किसान मोर्चा की मासिक पंचायत में ऊर्जा निगम और गन्ना विभाग किसानों के निशाने पर रहा। किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर ऊर्जा निगम किसानों का उत्पीड़न कर रहा है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसान आरपार की लड़ाई लड़ेगा।
रुड़की के प्रशासनिक भवन में हुई मासिक पंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि ऊर्जा निगम ने गांव-गांव में जाकर किसानों के कनेक्शन काटने का काम किया है। जिसकी वजह से किसानों के ट्यूबवेल ठप हो गए। गेहूं की फसल सिंचाई के अभाव में सूख गई। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी कोठियों पर लाखों रुपये का बिजली का बिल बकाया है। औद्योगिक इकाईयों में बड़े पैमाने पर बिजली चोरी हो रही है, लेकिन इसे रोकने की हिम्मत ऊर्जा निगम नहीं कर पा रहा है। जिलाध्यक्ष महकार सिंह ने कहा कि गन्ना विभाग भी किसानों को परेशान कर रहा है। किसानों को गन्ने की पर्चियां नहीं मिल रही है। किसान को औने-पौने दाम पर गन्ना बेचना पड़ रहा है। हालत यह है कि किसान को एक गन्ना पर्ची के लिए 10 से 15 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि कुछ दिन बाद ही गेहूं की कटाई शुरू हो जाएगी। जिसकी वजह से किसान की परेशानी और बढ़ जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि चीनी मिल बाहर का गन्ना खरीद रही है। चीनी मिलों की मंशा पहले बाहर का गन्ना खरीदने की है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उत्पीड़न के खिलाफ किसान अब सड़कों पर उतरेगा। इस मौके पर धर्मवीर प्रधान, दीपक पुंडीर, आजम, आकिल हसन, पवन प्रधान, वीरेन्द्र सैनी, पप्पू भाटिया, ओमकार सिंह आदि मौजूद रहे।