दून पुलिस की गिरफ्त में आये दिल्ली के शातिर ब्लैकमेलर
ब्लैकमेलिंग में अभियुक्तों द्वारा वर्चुअल नंबरो के साथ चोरी के मोबाइल तथा लैपटॉप का इस्तेमाल किया जाता था।

एस.के.एम. न्यूज़ सर्विस
देहरादून 9 फरवरी। दिल्ली के शातिर ब्लैकमेलर दून पुलिस की गिरफ्त में आ गये हैं। अभियुक्त महिला की मॉर्फ़ की गई अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल करते हुए पैसों की डिमांड कर रहे थे। गिरफ्तार तीनो अभियुक्त पूर्व में कॉल सेंटर में काम करते थे। इंटरनेट के माध्यम से लोन की जानकारी अथवा लोन प्राप्त करने वाले लोगो और उनके रिश्तेदारों के नंबर कॉल सेंटर के माध्यम से प्राप्त किये थे। महिलाओं, अन्य लोगो को लोन वसूली का डर दिखाकर उनके पर्सनल डेटा की जानकारी करते थे। अभियुक्त महिलाओं के नंबरो को टारगेट करते थे, प्रोफाइल से उनकी फोटो प्राप्त कर उसमें एडिटिंग कर मॉर्फ़ की गई फोटो और वीडियो बनाते थे। उन मॉर्फ की गई अश्लील फोटो और विडियो को रिस्तेदारों अथवा इंटरनेट के माध्यम से वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेलिंग करते थे। ब्लैकमेलिंग में अभियुक्तों द्वारा वर्चुअल नंबरो के साथ चोरी के मोबाइल तथा लैपटॉप का इस्तेमाल किया जाता था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विगत 31 जनवरी को थाना नेहरुकोलोनी में एक महिला द्वारा एक प्रार्थना पत्र अज्ञात अभियुक्त द्वारा भिन्न-भिन्न मोबाइल नम्बरों से उनके तथा उनके परिजनों के साथ गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी देने व उनके व उनके परिवार जनों की मॉर्फ की गई अश्लील फोटो व वीडियो बनाकर उन्हें उनके व्हाट्सअप मोबाइल नम्बरों पर भेजकर ब्लैकमेल करने के सम्बन्ध में प्रार्थना पत्र दिया गया, जिस पर थाना नेहरू कालोनी पर मुकदमा अपराध सख्या 47/2025 धारा 308(3), 351(2), 352 बीएनएस व 67(डी) आईटी एक्ट बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। घटना की गंभीरता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून अजय सिंह द्वारा पंजीकृत अभियोग में ठोस साक्ष्य संकलन कर अभियुक्तो के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही के निर्देश देते हुए पुलिस टीम का गठन किया गया। गठित टीम द्वारा वादनी से घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए प्रकाश में आये संधिक्त नंबरो की सर्विलांस के माध्यम से जानकारी एकत्रित की गई, तथा सर्विलांस के माध्यम से ही अभियोग से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य प्राप्त करते हुए घटना में शामिल अभियुक्तों के संबंध में जानकारियां एकत्रित की गयी तथा 8 फरवरी को प्राप्त जानकारी के आधार पर दिल्ली-गुड़गांव से 03 संदिग्ध व्यक्तियों सचिन कुमार पुत्र रामनाथ प्रसाद निवासी कापसीड़ा निकट पुलिस चौकी कापसीडा बॉर्डर मेट्रो स्टेशन द्वारका थाना द्वारका नई दिल्ली मूल पता निवासी ग्राम बलिया थाना पारसा जिला छपरा बिहार हाल पता आई. ब्लाँक ओम विहार थाना पालमपुर गुडगाँव उम्र 22 वर्ष, विशाल तिवारी पुत्र रमेश तिवारी निवासी कापसीड़ा निकट पुलिस चौकी कापसीडा बॉर्डर मेट्रो स्टेशन द्वारका थाना द्वारका नई दिल्ली मूल पता ग्राम आमी थाना दिग्वाडा जिला छपरा बिहार उम्र 24 वर्ष व पवन कुमार पुत्र प्रमोद ठाकुर निवासी ग्राम बेलना थाना नागर जिला मोतीहारी पूर्वी चंपारण बिहार हाल पता रिश्तेदार राहुल जीजा के घर ओम विहार थाना पालमपुर गुड़गांव हाल पता सैक्टर 23 ए गली नम्बर 07 संडे मार्केट थाना पालमपुर, गुडगाँव, उम्र 24 वर्ष को हिरासत में लेकर पूछताछ हेतु थाना नेहरुकोलोनी पर लाया गया। अभियुक्तों से पूछताछ में उनके द्वारा बताया गया कि वे तीनों पूर्व में कॉल सेंटर में काम करते थे, जहाँ से उनके द्वारा इंटरनेट के माध्यम से लोन के लिए संपर्क करने/लोन प्राप्त करने वाले लोगो के नंबर प्राप्त किये गए थे, जिनसे उनके द्वारा वर्चुअल नंबरो से संपर्क कर लोन की वसूली की धमकी देकर उन्हें डरा धमका कर उनका पर्सनल डेटा तथा पारिवारिक सदस्यों के नाम व मोबाइल नंबर प्राप्त किये जाते थे। अभियुक्तो द्वारा प्राप्त डेटा में से महिलाओ के मोबाईल नम्बरों को टारगेट कर उनके प्रोफाइल में लगी फोटो को एडिट कर उनकी मॉर्फ की गई अश्लील फोटो को उनके रिश्तेदारों व अन्य लोगों में वायरल करने की धमकी देकर यूपीआई के माध्मय से पैसे की वसूली की जाती थी तथा पैसों के खाते में आने पर वे उसे तुरंत निकाल लेते हैं व उक्त व्यक्ति/महिला का डेटा तुरन्त ही अपने मोबाईल फोन से हटा देते हैं, अभियुक्तों द्वारा इस काम के लिए चोरी के मोबाइल फोन व लैपटॉप का प्रयोग किया जाता हैं। अभियुक्तों से पूछताछ के आधार पर अभियोग में संबंधित धाराओं की बढ़ोतरी करते हुए तीनो अभियुक्तों को आज न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां न्यायालय के आदेशानुसार तीनो अभियुक्तो को जिला कारागार सुद्धोवाला भेजा गया।