चार विधायक और सांसदों के बाद धामी को सीएम बनाने के लिए खटीमा से महिलाओं ने उठाई आवाज
धामी के पक्ष में नारेबाजी करते हुए उन्हें दोबारा प्रदेश की कमान दिए जाने की मांग उठाई
खटीमा : तीन विधायकों और सांसदों के बाद कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दोबारा सीएम बनाए जाने की मांग उनके गृह क्षेत्र से भी जोरों से उठने लगी है। महिलाओं एवं विभिन्न संगठनों ने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी भेजा। जिसमें धामी का एक बार फिर सीएम बनानन की मांग की गई है।कुमाऊं सांस्कृतिक उत्थान समिति, गौरव सेनानी संगठन समेत विभिन्न संगठनों के अलावा बड़ी संख्या में महिलाएं रविवार को तहसील पहुंची। उन्होंने धामी के पक्ष में नारेबाजी करते हुए उन्हें दोबारा प्रदेश की कमान दिए जाने की मांग उठाई। सभी ने एसडीएम रङ्क्षवद्र ङ्क्षसह बिष्ट के माध्यम से पीएम मोदी को भेजे ज्ञापन में कहा कि सीएम धामी ने अपने अल्प कार्यकाल में बहुआयामी विकासों से राज्य को अलग पहचान दी।दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि खटीमा से उन्हें विजयश्री नहीं मिल सकी। महिलाओं ने भी कहा कि राज्य को आगे बढ़ाने में धामी सक्षम हैं। महिलाओं ने भितरघात करने वाले लोगों पर भी कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर ठाकुर सिंह खाती, वरिष्ठ अधिवक्ता केडी भट्ट, गंभीर सिंह धामी, विनोद चंद, लक्ष्मण सिंह चुफाल, अंजू देवी, इंद्रा चंद, लक्ष्मी धामी, गीता समेत बड़ी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं।विधायक सरिता आर्य ने भी पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाए जाने की मांग उठाई है। सरिता का कहना है कि धामी के नेतृत्व में ही उन्होंने चुनाव लड़ा और पार्टी को कुल 47 सीटों पर जीत मिली। प्रदेश भर में चुनाव प्रचार में व्यस्त होने के कारण धामी अपनी खटीमा सीट को अधिक समय नहीं दे सके और परिणाम विपरीत देखने को मिला। आरक्षित सीट नहीं होती तो वह खुद भी धामी के लिए सीट छोड़ देतीं।
5