उत्तराखंड समाचार

जेआरसी का युवाओं से स्किलफुल बनने का आह्वान

प्रशिक्षण के लिए तीन महीने, छह महीने और एक वर्ष के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है

फरीदाबाद। र्वल्ड यूथ स्किल डे पर गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल सराय ख्वाजा फरीदाबाद में प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा की अध्यक्षता में सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड, जूनियर रेडक्रॉस और गाइड्स ने युवाओं से आह्वान किया कि वे स्किलफुल अर्थात उद्यमशील बनें और स्वयं के उद्यम लगा कर दूसरों को आजीविका के साधन उपलब्ध करवाएं। विद्यालय की जूनियर रेडक्रॉस और सैंट जॉन एंबुलेंस ब्रिगेड प्रभारी प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा ने कहा कि नौ वर्ष पूर्व पहले विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर भारत में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना प्रारंभ की गई थी। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी इस योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा से देश के युवाओं को भिन्न भिन्न क्षेत्रों में नि:शुल्क में औद्योगिक प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि  वे आजीविका के साधन प्राप्त कर सकें। 14 से 35 वर्ष के युवा इस मिशन में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं प्रशिक्षण के लिए तीन महीने, छह महीने और एक वर्ष के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है। प्राचार्य मनचंदा ने बताया कि र्वल्ड यूथ स्किल डे हम इसलिए मनाते हैं क्यों कि इस दिन युवा लोगों, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों, फर्मों, नियोक्ताओं और श्रमिक संगठनों, नीति निर्माताओं और विकास भागीदारों के बीच संवाद का एक अनूठा अवसर प्राप्त होता है। यह दिन विश्व के युवाओं को आजीविका, कार्य और एंटरप्रेन्योर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स से लैस करने के महत्व को समर्पित है। वर्ल्ड यूथ स्किल्स डे लैंगिक असमानता को समाप्त करने और असहाय व्यक्तियों तक संसाधनों की पहुंच सुनिश्चित करने को भी बढ़ावा देता है। आज प्राचार्य रविंद्र कुमार मनचंदा तथा एक्टिविटीज कॉर्डिनेटर गीता,  पवन, कुलदीप शर्मा और सरिता ने जूनियर रेडक्रॉस और ब्रिगेड सदस्य छात्र छात्राओं का अभिनंदन करते हुए सम्मानित किया और कौशल को उन्नत करने के लिए प्रेरित करते हुए बताया कि अर्जित कौशल, बनाए गए नेटवर्क और प्राप्त ज्ञान ऐसे उपकरण हैं जिनका उपयोग युवा एक टिकाऊ, समावेशी और समृद्ध भविष्य बनाने के लिए करेंगे। विश्व युवा कौशल दिवस 2024 मात्र  वर्तमान की ओर संकेत ही नहीं है बल्कि युवाओं और उनकी क्षमताओं में हमारे अटूट विश्वास का प्रमाण है। उनके कौशल, कार्य क्षमता और दृढ़ संकल्प के साथ मिलकर हम एक उज्जवल और स्थाई भविष्य की ओर एक रास्ता बना सकते हैं।

 

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