9 जुलाई से शुरू हो जायेंगे विवाह के लिए शुभ मुहूर्त
जुलाई महीने में 9,10, 11, 12, 13, 14, 15 और 16 तारीख को शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त है।
देहरादून। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार शादी-विवाह हमेशा शुभ मुहूर्त में ही करने चाहिए, क्योंकि ऐसी मान्यता है कि अगर विवाह शुभ मुहूर्त में किया जाए तो उसमें सभी देवी-देवता का आशीर्वाद प्राप्त होता है जिससे शादी के बाद दांपत्य जीवन खुशहाल रहता है।ज्योतिष में ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति के आधार पर शादी के शुभ मुहूर्त तय किए जाते हैं।
जुलाई के महीने में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त 9 जुलाई से शुरू हो जायेंगे। जुलाई महीने में 9,10, 11, 12, 13, 14, 15 और 16 तारीख को शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद सूर्य के कर्क राशि में प्रवेश करते ही 118 दिन विवाह आदि शुभ-मांगलिक कार्य नहीं किए जा सकेंगे। चातुर्मास लगने से कोई भी शुभ कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार, नामकरण आदि कार्य नहीं किए जा सकते हैं। चातुर्मास आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि से कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि तक रहता है। मान्यता है कि चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु का शयन काल होता है। देवशयनी एकादशी से चातुर्मास प्रारंभ हो जाते हैं, जबकि देवउठनी एकादशी को इसका समापन हो जाता है।
डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की शुक्र ग्रह के उदित होने के बाद ही जुलाई महीने में शादी-विवाह के लिए शुभ दिन मिलेंगे। जुलाई में विवाह के लिए कुल 8 दिन मिल रहे हैं। इसके बाद जुलाई से दिसंबर महने तक शादी-विवाह के 24 दिन ही शुभ मुहूर्त है। जुलाई के महीने में विवाह करने के बाद लोगों को शादी-विवाह के लिए नवंबर महीने का इंतजार करना पड़ेगा। जुलाई महीने में 9,10, 11, 12, 13, 14, 15 और 16 तारीख को शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त है। वहीं, 17 के बाद सूर्य कर्क राशि में चले जाएंगे जिससे शादी होना बंद हो जाएगा फिर चार से पांच महीने के बाद ही शुभ लग्न मिलेगा।